झारखंड
आरएसएस प्रमुख ने जमशेदपुर में फहराया झंडा
By Deshwani | Publish Date: 26/1/2017 12:58:02 PMजमशेदपुर, (हि.स)। 26 जनवरी और 15 अगस्त को झंडा फहराने और राष्ट्रगान गा लेने से इसकी सार्थकता सिद्ध नहीं होती। इसके लिए जरूरी है कि स्वतंत्रता के लिए कुर्बानी देने वाले सेना के मकसद को पूरा किया जाए।
यह बातें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को शहर के गुजराती सनातन समाज में झंडा फहराते हुए कही। भागवत ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद भारतीय विचारकों ने स्वतंत्र भारत आगे कैसे चलेगा, किस लिए चलेगा इसे ध्यान में रखते हुए एक संविधान का निर्माण किया। इसके तहत अपने आप को एक गणराज्य घोषित किया ताकि लोग इसे समझें और लोग एकजुट होकर देश को चला सकें। झंडे के केसरिया रंग की चर्चा करते हुए हुए उन्होंने कहा कि यह त्याग का प्रतीक है। विश्व में किसी देश का योगदान होने के लिए स्वतंत्र होकर प्रयास करना पड़ता है। स्वतंत्रता के लिए अनेक लोगों ने अपने आप को बलिदान कर दिया।