अमरीका शांति के लिए तैयार लेकिन ईरान को परमाणु महत्वाकांक्षाएं छोड़ने होंगी: डॉनल्ड ट्रम्प
नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने कहा है कि इराक में अमरीकी वायुसैनिक अड्डों पर मिसाइलें दागने के बाद अब ईरान के रुख में नरमी दिखाई दे रही है। यह सभी पक्षों के लिए अच्छी बात है। कल व्हाइट हाउस से टेलीविजन पर अपने सम्बोधन में ट्रम्प ने कहा कि इन हमलों में किसी भी अमरीकी या इराकी नागरिक की जान नहीं गई और ठिकानों को मामूली नुकसान हुआ है।
ट्रंप ने कहा कि अमरीका उन सभी के साथ है जो शांति चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका, ईरान के लोगों और नेताओं के लिए उज्ज्वल भविष्य का इच्छुक है और अपने देश सहित पूरे विश्व में सभी देशों के बीच शांति, सौहार्द और समृद्धि चाहता है।
लेकिन, ट्रम्प ने यह भी कहा कि अमरीका, ईरान पर जल्द से जल्द और ज्यादा आर्थिक प्रतिबंध लगाएगा, जो उसके व्यवहार में बदलाव होने तक जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि ईरान को अपनी परमाणु महत्वाकांक्षा छोड़कर आतंकवाद को समर्थन देना बंद करना होगा।ईरान ने कल सुबह इराक में इरबिल और अल असद में अमरीकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी थीं।
इससे पहले, ट्रम्प ने धमकी दी थी कि अगर ईरान अमरीकी नागरिकों और उसके ठिकानों पर हमला करता है, तो अमरीका उस पर सैन्य कार्रवाई करेगा। लेकिन, उन्होंने अपने सम्बोधन में किसी भी सैन्य कार्रवाई की चर्चा नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि अमरीका के पास शक्तिशाली सेना और आधुनिक उपकरण हैं, पर इसका मतलब यह नहीं है कि हम इसका इस्तेमाल करेंगे ही।
वहीं दूसरी ओर, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने इन मिसाइल हमलों को महज एक तमाचा बताते हुए कहा कि अमरीका को इस क्षेत्र से हटना ही होगा। ईरान ने दावा किया है कि उसकी सेना की जवाबी कार्रवाई में 80 से अधिक अमरीकी सैनिक मारे गए और लगभग 200 घायल हुए हैं। ईरान ने कहा कि उसने जवाबी कार्रवाई पिछले सप्ताह शीर्ष ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद की।
इस बीच, कल शाम बगदाद के भारी सुरक्षा वाले ग्रीन जोन में कम से कम दो रॉकेट गिरे। अमरीकी दूतावास इसी क्षेत्र में है। हालांकि, इसमें किसी तरह के जान-माल के नुकसान की ख़बर नहीं है।