उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों के बीच डिबेट खत्म, कमला हैरिस ने कहा- कोरोना से निपटने में विफल रही ट्रंप प्रशासन
वाशिंगटन। अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों से पहले आज उपराष्ट्रपति पद के लिए खड़े उम्मीदवारों के बीच डिबेट खत्म हो चुकी है। आज की डिबेट में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से माइक पेंस और डेमोक्रेटिक की तरफ से कमला हैरिस आमने-सामने थे। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने इस दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पर जमकर हमला बोला।
कमला हैरिस ने कोरोना वायरस के मामले में ट्रंप सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि कोई भी अमेरिकी सरकार इस तरह के मामलों में कभी इतनी बुरी तरह नाकाम नहीं रही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इस महामारी की प्रकृति के बारे में सूचित किया गया था कि यह बहुत ही घातक है। इसके बावजूद आज भी उनके पास इससे निपटने के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है। जबकि जो बिडेन के पास योजना है।
कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिकियों ने इस प्रशासन की अक्षमता के कारण बहुत बलिदान किया है उन्होंने कोरोना महामारी का जिक्र किया जिससे 2 लाख लोगों की अमेरिका में मौत हो चुकी है और इसने देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
वहीं पेंस ने ट्रंप प्रशासन की कोविड-19 प्रतिक्रिया का बचाव किया और कहा कि महामारी के शुरुआती दिनों में राष्ट्रपति के कदमों ने लोगों की जानें बचाई हैं। उपराष्ट्रपति पेंस ने कहा कि जब आप कहते हैं कि पिछले आठ महीनों में अमेरिकी लोगों ने जो काम किया है, उसका कोई फायदा नहीं हुआ, तो यह अमेरिकी लोगों द्वारा किए गए बलिदानों के प्रति असंतोष है।
वैक्सीन से जुड़े सवाल पर कमला ने कहा- वैक्सीन आ जाए और राष्ट्रपति ट्रम्प इसे लगवाने को कहें तो भी मैं नहीं लगवाऊंगी। हां, अगर डॉक्टर कहते हैं कि वैक्सीन लगवाई जा सकती है तो मैं सबसे पहले ऐसा करूंगी, लेकिन ट्रम्प की बात पर भरोसा नहीं कर सकती। माइक पेंस ने कमला हैरिस पर पलटवार करते हुए कोरोना की वैक्सीन को लेकर जनता के विश्वास को कम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इससे डोनाल्ड ट्रम्प की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठेंगे।
इस बहस के दौरान माइक पेंस उनसे 12 फीट दूर बैठे। पहले यह 7 फीट ही तय की गई थी। वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान दोनों कैंडिडेट्स के सामने प्रोटेक्शन ग्लासेस यानी शीशे लगाए गए थे। पेन्स ने पहले ग्लासेस लगाने का विरोध किया था। बाद में इसके लिए तैयार हो गए।