अंतरराष्ट्रीय
खनन लीज तोड़कर बुरी तरह फंसा पाकिस्तान, 5.8 अरब डॉलर के जुर्माने से मांग रहा राहत
By Deshwani | Publish Date: 7/9/2020 6:10:57 PMइस्लामाबाद। पाकिस्तान इन दिनों एक बड़ी मुसीबत में फंसा हुआ है। दरअसल पाकिस्तान ने एक ऑस्ट्रेलियाई कंपनी को खनन पट्टे पर देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद एक अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने उस पर 5.8 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है। पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि उसने इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल द्वारा लगाए गए जुर्माने को वापस लेने की गुहार लगाई है। उसकी दलील है कि जुर्माने का भुगतान करने से कोरोनावायरस महामारी से निपटने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
बता दें कि दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में रेको दीक नाम का जिला सोने और तांबे सहित खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध है। इमरान सरकार इसे अपनी एक रणनीतिक राष्ट्रीय संपत्ति मानती है। टेथयॉन कॉपर कंपनी को दिए गए खनन पट्टे को रद करने पर लगाए गए जुर्माने के खिलाफ पाकिस्तान की अपील पर वर्ल्ड बैंक इंटरनेशनल सेंटर फॉर सेटलमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट डिस्प्यूट विचार कर रहा है।
टेथयॉन कॉपर कंपनी में बैरिक गोल्ड कारपोरेशन ऑफ ऑस्ट्रेलिया और चिली की एंटोफगस्टो पीएलसी की बराबर की हिस्सेदारी है। इस बीच बलूचिस्तान सरकार ने खदान को विकसित करने के लिए अपनी स्वयं की एक कंपनी बनाई है। चूंकि कमोडिटी की कीमतें बढ़ रही हैं और फिलहाल सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतें दो हजार डॉलर प्रति औंस से भी ज्यादा हैं, इसलिए प्रांतीय सरकार इसका स्वयं लाभ उठाना चाहती है।
उधर पाकिस्तान सरकार और टेथयॉन कॉपर कंपनी ने वैकल्पिक समाधानों पर चर्चा करने की इच्छा व्यक्त की है। दूसरी ओर नया पाकिस्तान देने का वादा करके सत्ता में आए इमरान खान महंगाई और बेरोजगारी के बाद देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इस बार इमरान अपने शीर्ष सहयोगी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) असीम सलीम बाजवा पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर घिरे हैं।