अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कल रात महाभियोग चलाने की कार्रवाई ऊपरी सदन सीनेट में हुई शुरू
By Deshwani | Publish Date: 22/1/2020 12:00:58 PMनई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर महाभियोग चलाने की कार्रवाई कल रात ऊपरी सदन सीनेट में शुरू हो गई। डेमोक्रेट सदस्यों ने रिपब्लिकन सदस्यों पर आरोप लगाया कि वे बिना किसी गवाह या नए साक्ष्य के मामले को दबाना चाहते हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प के सामने सत्ता के दुरूपयोग के अभियोग में पद से हटाए जाने का खतरा मंडरा रहा है। ट्रम्प के निकट सहयोगी मिच मैककोन्नेल ने नियम तय किए हैं कि किन गवाहों और किन दस्तावेजों को चर्चाओं में शामिल नहीं किया जाएगा।
सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी को 53 सदस्यों के साथ बहुमत प्राप्त हैं जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी के 45 सदस्य हैं। सीनेट के नेता ने स्पष्ट कर दिया है कि वे नियमों को बदलने की डेमोक्रेटिक पार्टी की किसी भी कोशिश को आगे नहीं बढ़ने देंगे। राष्ट्रपति ट्रम्प पर महाभियोग के लिए सदन की प्रबंधन समिति के नेता एडम स्किफ ने नियमों की आलोचना करते हुए कहा है कि यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि गवाहों को न सुना जा सके और ट्रम्प को निर्दोष करार दे दिया जाए। राष्ट्रपति ट्रम्प पर 18 दिसम्बर को निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में महाभियोग लाया गया था।
पिछले हफ्ते महाभियोग प्रस्ताव सीनेट में लाया गया। ट्रम्प पर अभियोग है कि उन्होंने सत्ता का दुरूपयोग किया और सदन के कामकाज में बाधा डाली। तीसरी बार किसी अमरीकी राष्ट्रपति के विरूद्ध महाभियोग की कार्रवाई चल रही है। इससे पहले 1868 में एंड्रयू जॉनसन्स के खिलाफ और 1999 में बिल किलंटन के खिलाफ महाभियोग लाया गया था। ट्रम्प पर यह भी आरोप है कि उन्होंने रूसी अलगाववादियों के खिलाफ यूक्रेन को दी जाने वाली चालीस करोड़ अमरीकी डॉलर की सहायता पर रोक लगाई।