ईरान के कमांडर कासिम के मारे जाने के बाद अमेरिका पश्चिम एशिया में भेज रहा तीन हजार और सैनिक
नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के आदेश पर किए गए हवाई हमले में ईरान के कमांडर क़ासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद पश्चिम एशिया में अमरीका, तीन हजार और सैनिक भेज रहा है।
बगदाद में अमरीकी दूतावास परिसर में इस सप्ताह ईरान समर्थित मिलिशिया और उनके समर्थकों के जबरन प्रवेश के बाद अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की जा रही है। इससे पहले कुवैत में लगभग सात सौ सैनिक तैनात किए गए थे।
ट्रम्प प्रशासन ने इस सप्ताह सैनिकों की तैनाती से पहले पिछले वर्ष मई के बाद पश्चिम एशिया में 14 हजार और सैनिक भेजे थे। इसी समय अमरीका ने पहली बार सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि ईरान, अमरीकी हितों पर हमला करने की योजना बना रहा है।
हमले से अमरीका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है और ईरान ने अपने वरिष्ठ कमांडर की हत्या का बदला लेने की धमकी दी है।
अमरीकी विदेश मंत्री माईक पोम्पियो ने अपने सैनिकों के हवाई हमले को पूरी तरह कानूनी रूप से जायज बताते हुए कहा कि सुलेमानी पश्चिम एशिया क्षेत्र में अमरीका और उसके हितों के खिलाफ चुनौती बना हुआ था। पोम्पियो ने कल विश्व नेताओं से बात की और उन्हें हवाई हमला करने के राष्ट्रपति ट्रम्प के आदेश के कारण बताते हुए इसका बचाव किया।
2015 में परमाणु समझौते से ट्रम्प के अलग होने और ईरान पर प्रतिबंध लगाने के बाद से अमरीका और ईरान को कई बार संकट का सामना करना पड़ा। अमरीका ने अपने नागरिकों को तत्काल इराक छोड़ने को कहा है, क्योंकि हवाई हमले के बाद ईरान की बदले की कार्रवाई की आशंका से पश्चिम एशिया क्षेत्र में विवाद बढ़ सकता है।