वाशिंगटन। ईरान की उच्च स्तरीय यूरेनियम संवर्धन की घोषणा के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उसे कड़ी चेतावनी दी है कि वह संभल कर चले। उन्होंने आगे कहा कि ईरान काफी गलत काम कर रहा है, लेकिन वह कदापि परमाणु बम नहीं बना पाएगा। ईरान ने शनिवार को कहा था कि वह यूरेनियम संवर्धन के मामले में परमाणु बम स्तर के क़रीब पहुंच गया है, जो साल 2015 में छह राष्ट्रों के बीच हुए समझौते से कहीं अधिक है।
उधर, इंग्लैंड ने ईरान के इस क़दम की निंदा की है और कहा है कि उसने समझौते के विरुद्ध काम किया है। जर्मनी ने भी ईरान के क़दम पर चिंता जताई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तो यहां तक कहा है कि सहयोगी देशों को ईरान को प्रतिबंधों से लाद देना चाहिए। हालांकि यूरोपीय समुदाय इस सिलसिले में बैठक बुलाने की तैयारी कर रहा है।
विदित हो कि ट्रम्प के ट्वीट से पहले विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ट्वीट किया था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ईरान ने यूरेनियम संवर्धन में विस्तार कर खुद को दुनिया से अलग-थलग कर लिया है। ईरान की इस कार्रवाई के मद्देनज़र देशों को उसके आणविक कार्यक्रम के प्रति सतर्क हो जाना चाहिए। इसकी वजह से विश्व को पहले से ज्यादा ख़तरा हो गया है।
अमेरिका ने पिछले साल ही इस आणविक समझौते से हाथ खींच लिया था। ट्रंप ने रविवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान के साथ मूर्खतापूर्ण आणविक समझौता किया था, जिसकी कोई मिसाल नहीं है।
विदित हो कि ईरान ने रविवार को कहा था कि वह सायं तक यूरेनियम संवर्धन की उत्कृष्ट स्तर हासिल कर लेगा, लेकिन उसका स्तर कितना प्रतिशत उन्नत होगा, इस पर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं की थी। ईरान के आणविक कार्यक्रम के प्रवक्ता बहरोज कमालवांडी ने कहा था कि अगले दिन की सुबह तक वह 3.67 स्तर को पार कर जाएंगे।