चीन, रूस की मिसाइलों पर नजर रखने के लिए जापान में रडार लगाने की तैयारी में है अमेरिका
टोक्यो। चीन, रूस और उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रमों पर नजर रखने के लिए अमेरिका जापान में होमलैंड डिफेंस रडार (एचडीआर) लगाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए जापान की सरकार से अनुमति हासिल करने की कोशिश की जा रही है। जापान की अनुमति मिल जाती है तो अमेरिका 2025 तक जापान में एचडीआर सिस्टम स्थापित कर देगा।
जापान में होमलैंड डिफेंस रडार सिस्टम स्थापित होने के बाद अमेरिका को चीन, रूस और उत्तर कोरिया से होने वाले आईसीबीएम लॉन्च की जानकारी मिल जाएगी। इससे वह समय रहते एहतियाती कदम उठा सकेगा।
सूत्रों का कहना है कि यह सिस्टम अमेरिका को समय रहते बता देगा कि इन तीनों देशों से अमेरिका, हवाई और अमेरिकी द्वीप गुआम की तरफ कोई आईसीबीएम मिसाइल तो नहीं छोड़ी गई है।
सूत्रों का कहना है कि रूस और चीन के पास आईसीबीएम मिसाइलों का जखीरा है। उत्तर कोरिया भी लगातार मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम चला रहा है। इन पर नजर रखने के लिए ही अमेरिका जापान में एचडीआर लगाने की तैयारी कर रहा है।
एचडीआर सिस्टम उन किलर सैटेलाईटों पर भी नजर रखेगा जो अन्य सैटेलाईटों पर हमला करते हैं। हवाई में इसे 2023 तक स्थापित करने की योजना है। सूत्रों का कहना है कि जापान सरकार सभी पहलुओं पर विचार के बाद ही अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकृत करेगी।
अमेरिका में अभी ग्राउंड बेस्ड मिडकोर्स (डीएमडी) सिस्टम लगा है। इसके तहत अलास्का और कैलिफोर्निया में मिसाइलें तैनात हैं। ये दुश्मनों की मिसाइलों को बेअसर कर सकता है।
छोटी रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों पर नजर रखने के लिए अमेरिका में टीपीवाई-2 रडार भी तैनात की गई है। ओमॉरी और क्योटो में यह सिस्टम लगाया गया है। इन्हें एक्स बैंड रडार भी कहा जाता है।