भारतीय मूल की पहली अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस 2020 के चुनाव में राष्ट्रपति ट्रंप को देगी चुनौती
लॉस-एंजेल्स। भारतीय मूल की पहली अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस ने साल 2020 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने का आधिकारिक रूप से ऐलान कर दिया। हैरिस ने कहा कि उन्हें ऐसे दिन में अपनी उम्मीदवारी घोषित कर ‘गर्व’ महसूस हो रहा है, जब अमेरिकी लोग मार्टिन लूथर किंग जूनियर को याद कर रहे हैं, जिन्होंने महात्मा गांधी से प्रेरणा पाई थी।
पार्टी की एक उभरती सितारा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुखर आलोचक 54 वर्षीय हैरिस वर्ष 2020 के चुनाव में पार्टी की ओर से चुनाव मैदान में उतरने की घोषणा करने वाली चौथी डेमोक्रेट बन गई हैं।
उन्होंने वीडियो संदेश जारी करने के साथ ही ट्वीट किया, ‘मैं राष्ट्रपति पद का चुनाव लडूंगी।’ उनके प्रचार अभियान का मूल मंत्र है, ‘कमला हैरिस: फॉर दी पीपल (लोगों के लिए)।'
अगर कमला हैरिस राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत जाती हैं, तो वह न केवल अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी बल्कि वह पहली अश्वेत महिला राष्ट्रपति होंगी।
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने देश को प्यार करती हूं। यह वक्त का वह लम्हा है, जब मुझे खड़े होने और अपना अपने सर्वश्रेष्ठ के लिए संघर्ष करने की अपनी जिम्मेदारी का अहसास हुआ है।’
मार्टिन लूथर किंग जूनियर डे पर राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी का ऐलान करने के महत्व की व्याख्या करते हुए हैरिस ने कहा कि अमेरिकी मानवाधिकार आंदोलन के प्रतीक, जिन्होंने महात्मा गांधी से प्रेरणा पायी, उन्होंने हमेशा मुझे भी प्रेरित किया है।
भारतीय मूल की सीनेटर की मां तमिलनाडु में जन्मी थीं और उनके पिता जैमेका के अफ्रीकी अमेरिकी हैं। दोनों अमेरिका पढ़ने के लिए आए थे। उसके बाद यहां बस गए। उनके माता पिता का बाद में तलाक हो गया था। उनकी बहन माया हैरिस साल 2016 में हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान का हिस्सा थीं।
उन्होंने कहा,‘सच्चाई, न्याय, विनम्रता, समानता, आजादी, लोकतंत्र ये केवल शब्द नहीं हैं। ये मूल्य हैं जिनका हम अमेरिकी आनंद मनाते हैं और अब ये सब खतरे में हैं।’
ऐसी संभावना है कि इस बार डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी पाने के लिए काफी नेता मैदान में उतरेंगे और इसमें जो जीतेगा, वही पार्टी का उम्मीदवार होगा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2020 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में चुनौती देगा।