अंतरराष्ट्रीय
आतंकी संगठनों को सहयोग करने वाले आधारभूत ढांचों को नष्ट करना जरूरी : भारत
By Deshwani | Publish Date: 28/9/2018 11:14:43 AMन्यूयार्क। भारत ने कहा है कि आतंकवादी संगठनों को सहयोग करने वाले आधारभूत ढांचों को नष्ट करना जरूरी है क्योंकि इसके जरिए उन्हें हमले करने के लिए धन और प्रौद्योगिकी हासिल करने में मदद मिलती है। भारत ने आतंकवादियों और उनके संगठनों को सूचीबद्ध करने के लिए संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी तंत्र बनाने की अपील की है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73 वें सत्र से इतर बृहस्पतिवार को नौवें इब्सा (भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका) त्रिपक्षीय मंत्रीस्तरीय आयोग ने यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आतंकवादी, सरकार के नियंत्रण से बाहर के तत्व और अवैध वित्तीय प्रवाह ने विकास और समृद्धि के उद्देश्य को कमतर किया है।
आतंकी संगठन अवैध स्रोतों से धन प्राप्त कर अत्याधुनिक हथियार, उपकरण और गोलाबारूद हासिल करते हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ व्यापक समझौते (सीसीआईटी) पर भारत का प्रस्ताव आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगा।
भारत और अमेरिका ने गुरुवार को पाकिस्तान से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उसके भूभाग का उपयोग आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए नहीं हो। दोनों देशों ने पाकिस्तान से यह भी कहा कि मुंबई, पठानकोट और उरी हमले सहित सीमा पार से हुए विभिन्न आतंकवादी हमलों के सरगनाओं को जल्दी से जल्दी न्याय की जद में लाया जाए।
पाकिस्तान को यह सख्त चेतावनी भारत और अमेरिका के बीच पहली बार हुई ‘टू प्लस टू’ वार्ता के बाद दी गई। वार्ता के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पिओ और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के साथ व्यापक विचार-विमर्श किया।वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि मंत्रियों ने ज्ञात या संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में सूचना साझा करने के प्रयासों को बढ़ाने और विदेशी आतंकवादियों के संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संकल्प 2396 को लागू करने के अपने इरादे की घोषणा की।