प्योंगयांग। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून-जे-इन और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने मंगलवार को यहां एक ऐतिहासिक सम्मेलन में पहले दौर की वार्ता की, जिसका मुख्य मकसद कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त करने को लेकर अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच फिर से संवाद शुरू करना है। दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक, मून तीन दिवसीय दौरे पर मंगलवार को प्योंगयांग पहुंचे। उत्तर कोरियाई राजधानी का दौरा करने वाले इतिहास में वह तीसरे दक्षिण कोरियाई नेता हैं। मून-किम के बीच तीसरी बैठक 'सेंट्रल कमेटी ऑफ द वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया पार्टी' के मुख्यालय में हुई।
मई 2017 में मून के पद संभालने के बाद से मून व किम की यह तीसरी मुलाकात है। दोनों इससे पहले इस साल 27 अप्रैल और 26 मई को भी सीमावर्ती गांव पनमुनजोम में मिल चुके हैं।
एजेंडा में दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव कम करना और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार लाना भी है, जिसके बारे में मून ने कहा कि इससे उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण प्रक्रिया को मदद मिलेगी। मून और किम बुधवार को दूसरे दौर की वार्ता के लिए मिलेंगे।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ इस साल के अपने तीसरे शिखर सम्मेलन के लिए प्योंगयांग पहुंच गये हैं। दोनों नेताओं के बीच परमाणु निरस्त्रीकरण के अलावा उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच रूकी हुई बातचीत फिर से शुरू करने पर चर्चा होने की उम्मीद है।
किम ने प्योंगयांग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर मून का स्वागत किया। मून के विमान की सीढ़ियों से नीचे उतरने पर दोनों नेता गले मिले। दोनों नेता अपनी-अपनी पत्नी के साथ वहां मौजूद थे। मून के सैन्य स्वागत से पहले दोनों नेताओं ने कुशल-क्षेम पूछा। हवाईअड्डा पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र थे, सभी के हाथों में उत्तर कोरिया का झंडा था। वहीं, दक्षिण कोरिया का प्रतीक चिह्न सिर्फ उनके विमान पर दिख रहा था।