अंतरराष्ट्रीय
रोहिंग्याओं की सुरक्षित और स्थायी वापसी के पक्ष में भारत : विदेश मंत्री
By Deshwani | Publish Date: 12/5/2018 1:28:55 PMनेपीता। सैन्य कार्रवाई के बाद बांग्लादेश भागे लाखों रोहिंग्याओं की सुरक्षित, जल्द और स्थायी वापसी के लिए म्यांमार की मदद के लिए तैयार है भारत। अपनी म्यांमार यात्रा के दूसरे और आखिरी दिन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह बात कही। उन्होंने म्यांमार की सर्वोच्च नेता आंग सान सु की सहित कई अन्य उच्च नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों ने सात समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
सेना की कार्रवाई के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा के कारण पिछले साल 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमा के रखाइन प्रांत से पलायन करना पड़ा था। बड़ी संख्या में शरणार्थियों के पनाह लेने के कारण पड़ोसी बांग्लादेश में संकट उत्पन्न हो गया था।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि दो दिन की यात्रा पर गुरुवार को यहां पहुंची सुषमा ने दोहराया कि रखाइन प्रांत से संबंधित मुद्दों को उठाने में म्यांमार की मदद करने के लिए भारत तैयार है। बयान में कहा गया है कि उन्होंने रखाइन सलाहकार आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए म्यांमार सरकार की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि द्विपक्षीय रखाइन स्टेट विकास कार्यक्रम के तत्वावधान में भारत विभिन्न परियोजनाओं को लागू करने के लिए पहले से ही तैयार है।