ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
अंतरराष्ट्रीय
दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया ने नेताओं के बीच बातचीत के लिए शुरू की हॉटलाइन सर्विस
By Deshwani | Publish Date: 20/4/2018 4:15:35 PM
दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया ने नेताओं के बीच बातचीत के लिए शुरू की हॉटलाइन सर्विस

सोल। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने अपने नेताओं के बीच बातचीत के लिए आज से हॉटलाइन सेवा शुरू कर दी है। उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने यह जानकारी दी। हफ्ते भर बाद ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन असैन्य क्षेत्र में भेंटवार्ता करने वाले हैं। इस हॉटलाइन सेवा से दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन ब्लू हाउस और उत्तर कोरिया के परमाणु ताकत से संपन्न स्टेट अफेयर्स कमीशन के बीच संपर्क कायम हो गया है। किम जोंग उन कमीशन के अध्यक्ष हैं.

 
ब्लू हाउस के वरिष्ठ अधिकारी यून कुन यंग ने कहा , ‘‘दोनों कोरिया के नेताओं के बीच हॉटलाइन का ऐतिहासिक कनेक्शन स्थापित हो गया है.’’ उन्होंने बताया कि परीक्षण के तौर पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चार मिनट 19 सेंकेंड तक बातचीत हुई। यह कोरियाई प्रायद्वीप और उसके इर्द - गिर्द की घूमती कूटनीति के बीच यह एक नवीनतम कदम है।
 
दक्षिण कोरिया परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया के साथ संघर्ष के अंत की औपचारिक घोषणा करने के लिए अगले हफ्ते उत्तर कोरिया के साथ होने वाली एक शिखर वार्ता में चर्चा शुरू करना चाहता है। अपने आप में यह एक दुर्लभ घटना होगी। राष्ट्रपति निवास ‘ब्लू हाउस’ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीते 18 अप्रैल को संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध विराम की जगह शांति व्यवस्था लाने की संभावना पर ध्यान दे रहे हैं।’’
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS