चीन ने पूर्व मिसाइल कमांडर को बनाया रक्षा मंत्री, निर्मला सीतारमण से होगी मुलाकात!
बीजिंन। चीन ने पूर्व मिसाइल इकाई के कमांडर वेइ फेनघे को 19 मार्च को नया रक्षा मंत्री नियुक्त किया, जिनकी पहली मेहमान उनकी भारतीय समकक्ष निर्मला सीतारमण के होने की संभावना है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल फेनघे (63) ‘ सेकंड आर्टलरी कोर’ के पीपल्स लिबरेशन आर्मी( पीएलए) रॉकेट फोर्स और स्ट्रेटेजिक सपोर्ट फोर्स में बंटने से पहले चीन मिसाइल इकाई के आखिरी कमांडर थे। शक्तिविहीन संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस( एनपीसी) ने उन्हें रक्षा मंत्री नियुक्त किया।
सीतारमण ने हाल ही में अगले माह चीन जाने की घोषणा की थी। सिक्किम के डोकलाम क्षेत्र में 73 दिनों तक चले गतिरोध के बाद चीन में यह किसी भी भारतीय शीर्ष नेता का पहला दौरा होगा। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब दोनों देशों की ओर से उच्च स्तरीय बैठकों सहित कूटनीतिक प्रयासों के जरिए संबंधों को सकारात्मकस्तर पर लाने की कोशिश की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शंघाई सहयोग संगठन( एससीओ) शिखर सम्मेलन में शिरकत करने की भी संभावना है, जो चीन के चिंगदाओ शहर में जून में होगा। चीन में सेना केंद्रीय सैन्य आयोग( सीएमसी) के अधीन काम करती है। इसके अध्यक्ष शी चिनफिंग हैं।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी 19 मार्च को स्टेट काउंसलर के रूप में पदोन्नति के बाद भारत- चीन सीमा वार्ता में एक विशेष प्रतिनिधि की भूमिका निभा सकते हैं। भारत के लिहाज से उनकी नियुक्ति बेहद महत्वपूर्ण है। वांग(65) विदेश मंत्रालय के प्रमुख के पद पर भी बने रहेंगे। वह हाल के वर्षों में एक साथ दोनों पदों पर बने रहने वाले पहले चीनी अधिकारी हैं। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, चीनी संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री के पद के लिए वांग के नाम का समर्थन किया गया।
चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अगुआई वाली सरकार में अगले पांच साल तक विभिन्न पदों के प्रमुख अधिकारियों के नामों की घोषणा की, जिसमें वांग का नाम भी शामिल था। चीन के सत्ता पदानुक्रम में स्टेट काउंसलर का पद विदेश मंत्री के पद से ऊपर और शीर्ष राजनयिक पद माना जाता है। स्टेट काउंसलर पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी( सीपीसी) की नीतियों को लागू कराने की जिम्मेदारी रहती है। वांग ने यांग जिइची(67) का स्थान लिया है जो पिछले साल पोलित ब्यूरो के सदस्य बन गये।