अंतरराष्ट्रीय
कांगो : जातीय हिंसा की आग में 49 लोगों की मौत
By Deshwani | Publish Date: 3/3/2018 11:56:34 AMबुनिया। कांगो में शुरू हुई जातीय हिंसा में लगभग 49 लोगों की मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की रात कांगो के अशांत इतुरी प्रांत में शुरू हुई जातीय हिंसा में कम से कम 49 लोगों की मौत होने की खबर है। हिंसा में और भी लोगों के मारे जाने की आशंका है और इसके लिए शवों की तलाश जारी है। जानकारी के अनुसार बीते महीने फरवरी में भी कांगों में जातीय हिंसा की आग भड़की थी, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी। हिंसा के बाद से कांगों के हालात बिगड़ गए हैं।
जातीय हिंसा का कारण हेमा और लेंडू समुदायों के बीच अशांति बताया जा रहा है। सरकार ने बताया कि हेमा और लेंडू समुदायों के बीच अशांति की वजह से यह हिंसा भड़की है। अंतरराष्ट्रीय कैथोलिक चेरिटी केरितास के एल्फ्रेड न्ड्रबू बुजु ने बताया कि हमने 49 शवों की गिनती की है और अन्य शवों की अब भी तलाश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह एक बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चे के सिर पर तीर लगा है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। गृह मंत्री हेनरी मोवा ने पहले मृतकों की संख्या 33 बताई थी, लेकिन अब इसकी संख्या बढ़कर 49 हो गई है।
कांगो के इटुरी प्रांत में बीते महीने फरवरी में भी हिंसा हुई थी और उसमें भी कई लोगों की मौत हुई थी। उस समय हेमा जाति के कम से कम 23 सदस्यों की हत्या कर दी गई थी और उसके प्रतिद्वंदी जाति के करीब 12 सदस्य की मौत हुई थी। हालांकि, हेमा जाति के ही एक सदस्य ने यह जानकारी दी थी कि उन्होंने मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। आधिकारिक सूत्रों से पता चला था कि प्रतिद्वंदी जाति के कम से कम 12 सदस्य मारे गए थे।
वहां के एक अखबार के अनुसार, कांगो के कई हिस्से जातीय हिंसा कि आग के चपेट में हैं। फरवरी में वहां के एक अखबार ने जानकारी दी थी कि कांगों में जातीय हिंसा की लपटें साल 1990 में पड़ोसी राज्य रवांडा से यहां आई थी और अभी रवांडा के उग्रवादी गुट कांगो की सीमा के भीतर आकर हमले और लूटपाट करते हैं।