अंतरराष्ट्रीय
सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बात सच हुई तो फ्रांस करेगा हमला
By Deshwani | Publish Date: 14/2/2018 12:17:30 PMपेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अगर यह साबित होता है कि सीरिया की सरकार ने अपने नागरिकों के खिलाफ प्रतिबंधित रासायनिक हथियार इस्तेमाल किया है तो फ्रांस उस पर हमला करेगा। राष्ट्रपति ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम उन स्थानों पर हमले करेंगे, जहां से ये हमले किए गए थे।’’ मैक्रों ने कहा कि हमारी एजेंसियां आज यह साबित नहीं कर पाई हैं कि इन रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नागरिकों के खिलाफ किया गया था। मैक्रों ने चेताया, ‘‘ जैसे ही यह स्थापित होता है, मैं वही करूंगा जो मैंने कहा है।’’ उन्होंने कहा कि प्राथमिकता आतंकियों और जिहादियों से लड़ने की है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सीरिया की सरकार संघर्ष के दौरान या बाद में अंतरराष्ट्रीय न्याय के प्रति जवाबदेह होगी। मैक्रों ने कहा कि अगर मुमकिन है तो क्षेत्र में सीरिया पर एक अंतरराष्ट्रीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से शुक्रवार (9 फरवरी) को फोन पर बातचीत के दौरान मैक्रों ने कहा कि वह इस बात से चिंतित है कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान सीरिया के आम लोगों पर क्लोरीन का कई बार इस्तेमाल होने के संकेत मिलते हैं।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने इजरायल द्वारा सीरिया में हाल में किये गये हमलों के बाद वहां संघर्ष में फौरन कमी लाने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा कि गुतारेस ‘‘पूरे सीरिया में खतरनाक सैन्य आक्रमकता और उसकी सीमाओं पर इससे पड़ने वाले असर पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।’’ सीरियाई वायुरक्षा प्रणाली द्वारा अपने एक विमान को मार गिराये जाने के बाद इजरायल ने सीरिया में ईरानी ठिकाने वाले इलाकों को निशाना बनाया।
इजरायल ने अपनी वायुसीमा में एक ईरानी ड्रोन के प्रवेश पर यह कार्रवाई की। गुतारेस ने कहा कि सीरिया और क्षेत्र में सभी संबंधित पक्षों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिये। दुजारिक ने कहा, ‘‘उन्होंने सभी से बिना शर्त हिंसा रोकने और संयम बरतने की दिशा में तत्काल काम करने का आह्वान किया है।’’