वाशिंगटन, (हि.स.)। अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति कड़ा रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के छह नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अतिरिक्त पाकिस्तान पर आतंकवादियों के पनाहगाह खत्म करने और उनकी वित्त पोषण गतिविधियों को निशाना बनाने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम करने का दबाव बनाया है।
अमेरिका की इस कार्रवाई में तालिबान के चार नेताओं- अब्दुल समद सानी, अब्दुल कदीर बसीर अब्दुल बसीर, हाफिज मोहम्मद पोपलजई और मौलवी इनायतुल्लाह और हक्कानी नेटवर्क के दो नेताओं- फाकिर मुहम्मद और गुला खान हामिदी पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिका ने सभी छह आतंकवादियों को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है।
प्रतिबंध के तहत इन आतंकवादियों की अमेरिका के अधिकार क्षेत्र में आने वाली सारी संपत्ति जब्त की जाएगी और इनके साथ अमेरिकी नागरिकों के लेनदेन पर भी रोक रहेगी।
आतंकवाद और वित्तीय खुफिया विभाग के अवर सचिव सिगल मंडेलकर ने कहा, ‘‘हम तालिबान या हक्कानी नेटवर्क से जुड़े छह व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं जो गठबंधन सेनाओं पर हमले, तस्करी या इन आतंकवादी समूहों के वित्त पोषण में शामिल रहे हैं।’’
गौरतलब है कि हक्कानी नेटवर्क ने अफगानिस्तान में अमेरिकी हितों के खिलाफ कई अपहरण और हमले किए हैं। वह अफगानिस्तान में भारतीय हितों के खिलाफ कई घातक हमलों के भी जिम्मेदार है जिसमें काबुल में वर्ष 2008 में भारतीय मिशन पर हुआ हमला भी शामिल है। इस हमले में 58 लोग मारे गए थे।