वाशिंगटन (हिस)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को यहां व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के जनप्रतिनिधियों की एक आवश्यक बैठक में आव्रजन पर व्यापक सुधारों पर कांग्रेस में शीघ्र ही एक विधेयक लाए जाने पर ज़ोर दिया। अगर यह विधेयक पारित होता है तो लाटरी आधारित वीज़ा, पारिवारिक आधारित वीज़ा और ‘डेफेर्ड एक्शन फ़ॉर चाइल्डहुड अराइवल’ (डीएसीए) नीति के तहत अन्य देशों की तरह भारतीय भी नए नियमों की चपेट में आ सकते हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, डीएसीए के अंतर्गत 1 करोड़ 76 लाख अपंजीकृत किशोर और युवा हैं, जिनमें छह प्रतिशत एशियाई बताए जाते हैं।
एक घंटे से अधिक समय तक चली इस बैठक में भारतीय आईटी पेशेवरों के एच-1बी वीजा से जुड़े मुद्दे पर प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष कोई चर्चा नहीं हुई। इस बैठक में मुख्यतया चार विषयों-- सीमा सुरक्षा यानी अमेरिका-मेक्सिको के बीच दीवार बनाए जाने, पारिवारिक आधारित वीज़ा को समाप्त करने, लॉटरी से वीज़ा जारी करने को बंद करने और डीएसीए (डेफरड एक्शन फ़ॉर चाइल्डहुड अराइवल) नीति में बदलाव लाए जाने के मुद्दे पर आम सहमति बनी है।
सूत्रों के मुताबिक, यह विधेयक शीघ्र कांग्रेस में लाया जाएगा। राष्ट्रपति ने डीएसीए नीति में बदलाव लाने के लिए पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा काल के जून, 2012 के कार्यकारी आदेश को रद्द कर दिया था। लाटरी आधारित वीज़ा की जगह योग्यता आधारित वीज़ा पर ज़ोर दिया गया है। वहीं पारिवारिक आधारित वीज़ा में अमेरिकी रोज़गार के संरक्षण की बात कही गई है।
ट्रम्प ने एक बार फिर मैक्सिको की सीमा पर दीवार बनाए जाने की वकालत की और साथ में ज़ोर दे कर कहा कि आव्रजन सुधारों के लिए पार्टी हितों से ऊपर उठ कर निर्णय लिया जाना चाहिए।