अंतरराष्ट्रीय
नेपाल ने ठुकराई माउंट एवरेस्ट मापने की भारत की संयुक्त पेशकश
By Deshwani | Publish Date: 28/12/2017 5:26:46 PMकाठमांडू, (हि.स.)। दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई संयुक्त रूप से फिर से मापने की भारत की पेशकश नेपाल ने खारिज कर दी है। अब वह खुद ही यह काम करेगा। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
नेपाल के सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक गणेश भट्ट ने बताया कि नेपाल इस काम को पूरा करने के लिए जरूरी आंकड़े हासिल करने के सिलसिले में भारत और चीन से मदद मांगेगा। हिमालय पर्वतमाला की इस सर्वोच्च चोटी की ऊंचाई 8,848 मीटर है।
विदित हो कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के तहत आने वाली 250 साल पुरानी संस्था 'सर्वे ऑफ इंडिया' ने माउंट एवरेस्ट को नेपाल के सर्वेक्षण विभाग के साथ 'भारत-नेपाल संयुक्त वैज्ञानिक अभ्यास' के रूप में फिर से मापने का प्रस्ताव किया था।
नई दिल्ली में मौजूद सूत्रों ने संकेत दिया कि माऊंट एवरेस्ट को संयुक्त रूप से फिर से मापने के भारत के प्रस्ताव को नेपाल के इनकार करने के पीछे चीन का हाथ हो सकता है, क्योंकि यह चोटी चीन-नेपाल सीमा पर है।
उल्लेखनीय है कि चीन ने 1975 और 2005 में एवरेस्ट की ऊंचाई मापी थी, जबकि भारतीय सर्वेक्षकों ने 1956 में ऐसा एक कार्य किया था। भारत के महासर्वेक्षक ने भी ब्रिटिश काल में एवरेस्ट की ऊंचाई मापी थी।