सियोल, (हि.स.)। अमेरिका और दक्षिण कोरिया की वायु सेनाओं ने सोमवार को अपना सबसे बड़ा पांच दिवसीय संयुक्त हवाई अभ्यास शुरू कर दिया है। इस अभ्यास में दोनों देशों के 230 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। उत्तर कोरिया ने इस अभ्यास को परमाणु युद्ध भड़काने का प्रयास बताया है।
समाचार एजेंसी यॉनहप के अनुसार, यह अभ्यास उत्तर कोरिया के लंबी दूरी के सफल बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के छह दिन बाद हो रहा है। आठ दिसंबर तक चलने वाले इस संयुक्त अभ्यास में अमेरिका की पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान छह एफ-22 रैप्टर और छह एफ-35 भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा 12000 सैन्य कर्मी भी हिस्सा ले रहे हैं।
उत्तर कोरियाई समाचार पत्र रोडोंग सिनमुन के अनुसार, इस युद्धाभ्यास के दौरान किसी भी क्षण परमाणु युद्ध की शुरुआत हो सकती है।
तनाव बढ़ने के साथ ही अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के प्रभावशाली सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने चेताया है कि देश उत्तर कोरिया के साथ खतरनाक युद्ध के करीब पहुंचता जा रहा है। लिंडसे का अमेरिकी विदेश नीति में प्रभावशाली दखल रहता है।
उन्होंने कहा कि बैलेस्टिक मिसाइल और परमाणु हथियार के लगातार परीक्षण साबित करते हैं कि प्रतिबंधित देश तकनीक मामले में सुधार करता जा रहा है। ऐसे में देश के पास ज्यादा विकल्प नहीं बचते हैं।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। हालांकि अमेरिकी विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं हैं कि डीपीआरके अभी तक यह मुकाम हासिल कर लिया है।
वैसे इस संयुक्त अभ्यास का महत्व इसलिए भी बढ़ गया है कि 28 नवंबर को किए बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि सभी अमेरिकी शहरों पर अब वह परमाणु हमला करने में सक्षम है।