ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
अंतरराष्ट्रीय
भारत-अफगान सांस्‍कृतिक महोत्‍सव दिल्‍ली में
By Deshwani | Publish Date: 30/11/2017 9:43:00 AM
भारत-अफगान सांस्‍कृतिक महोत्‍सव दिल्‍ली में

नई दिल्ली, (हि.स.)। संस्‍कृति राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा और अफगानिस्‍तान इस्‍लामिक गणतंत्र के संस्‍कृति और सूचना मंत्री प्रोफेसर मोहम्‍मद रसूल बावरी ने बुधवार को नई दिल्‍ली में भारत-अफगान सांस्‍कृतिक महोत्‍सव का उद्घाटन किया। इस महोत्‍सव का आयोजन अफगानिस्‍तान सरकार और दूतावास तथा भारत सरकार और अंतर्राष्‍ट्रीय सांस्‍कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने संयुक्‍त रूप से किया है। तीन दिवसीय महोत्‍सव में अफगानिस्‍तान और भारत के सांस्‍कृतिक कार्यक्रम, हस्‍तशिल्‍प, प्रदर्शनियां, व्‍यंजन तथा सांस्‍कृतिक शो का प्रदर्शन किया जाएगा। 

डॉ. महेश शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि भारत-अफगानिस्‍तान के बीच सदियों पुराने सांस्‍कृतिक और सभ्‍यतागत संबंध है तथा संगीत, कला, वास्‍तुकला, भाषा एवं व्‍यंजन के क्षेत्र में गहरे संबंध दोनों देशों के लोगों के बीच की मित्रता के लिए महत्‍वपूर्ण हैं।

डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि जहां अफगानिस्‍तान के उस्‍ताद सरहंग जैसे प्रसिद्ध शास्‍त्रीय संगीतज्ञ पटियाला घराना में प्रशिक्षित हैं, वहीं बॉलीवुड का लोकप्रिय भारतीय संगीत अफगानिस्‍तान के घरों में सुनाई देता है। उन्‍होंने कहा कि अफगानिस्‍तान का केन्‍द्रीय बामियान प्रांत हमारी साझा बौद्ध विरासत का केन्‍द्र है। डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि गुरुदेव रवीन्‍द्रनाथ टैगोर के ‘काबुलीवाला’ के जरिए भारतीय, ईमानदार और बड़े दिलवाले अफगानियों के साथ जुड़े हैं। 

दोनों देशों के साझा सामान्‍य मूल्‍यों को रेखांकित करते हुए भारतीय संस्‍कृति मंत्री ने कहा कि काबुल में ही चार गुरुद्वारे और दो मंदिरों का होना अफगानिस्‍तान के सहिष्‍णु और विवि‍धता भरे समाज का साक्ष्‍य है। भारत द्वारा अफगानिस्‍तान के लोगों के विकास के लिए की जा रही भागीदारी पर बल देते हुए डॉ. महेश ने कहा कि अफगानिस्‍तान की सांस्‍कृतिक विरासत का पुनरुद्धार और इसके सांस्‍कृतिक संस्‍थानों को सुदृढ़ करना वहां के पुनर्निर्माण में हमारी सहायता का महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। मंत्री ने कहा कि काबुल में स्‍टोरे पेलेस का पुनरुद्धार और अफगान राष्‍ट्रीय संगीत संस्‍थान की सहायता करना ऐसे कुछ उदाहरण हैं। 

डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि भारत-अफगान महोत्‍सव का आयोजन असाधारण कार्यक्रम है और इससे कला, हस्‍तशिल्‍प, नृत्‍य, संगीत तथा अन्‍य शैलियों के जरिए दोनों देशों के बीच समानता को सामने लाया जाएगा।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS