अंतरराष्ट्रीय
‘ मोदी चीन के खिलाफ खड़े होने वाले दुनिया के इकलौते नेता ’
By Deshwani | Publish Date: 17/11/2017 4:36:58 PMवाशिंगटन, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की विदेशों में भी खूब प्रशंसा हो रही है।अमेरिकी संसद के विदेश मामले खासकर चीनी मामलों पर नजर रखने वाले एक बड़े थिंक टैंक ने उन्हें चीन के खिलाफ खड़े होने वाले इकलौता नेता बताया है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
अमेरिकी थिंक टैंक ने कहा है कि चीन के वन बेल्ट वन रोड(ओबीओआर) परियोजना के खिलाफ मोदी ही दुनिया के अकेला नेता हैं जो खड़े हुए। हाल में चीन के साथ डोकलाम मुद्दे पर भी मोदी सरकार ने सख्त रुख दिखाया था और 73 दिनों तक सैनिकों के आमने-सामने खड़े रहने के बाद शांतिपूर्वक दोनों सेनाएं पीछे हटी थीं।
अमेरिका के प्रतिष्ठित थिंक-टैंक ‘हडसन इंस्टिट्यूट के सेंटर ऑन चाइनीज स्ट्रैटिजी’ के निदेशक माइकल पिल्स्बरी ने अमेरिकी सांसदों के सामने चीन की नीति और भारत की भूमिका के बारे में कई अहम बातें कहीं।
उल्लेखनीय है कि यह बयान अमेरिका के 700 अरब डॉलर के रक्षा बजट और उसमें भारत को बड़े रक्षा साझेदार के रूप में मान्यता देने की खबरों के बीच आया है। हाल ही में एशिया दौरे के दौरान मनीला में राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात हुई थी। दोनों देशों ने आपसी साझेदारी को एशिया के लिए अहम बताया था और ट्रंप ने भारत अमेरिका के महान लोकतंत्र होने के साथ-साथ विशाल सेना की जरूरत पर भी बल दिया था।
पिल्स्बरी ने आगे कहा कि हाल तक अमेरिका भी चीन के इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर चुप्पी साधे रहा, लेकिन मोदी और उनकी टीम चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस परियोजना के खिलाफ काफी मुखर रही है। हालांकि कुछ हद तक ऐसा इसलिए भी है कि चीन की यह परियोजना भारतीय संप्रभुता का उल्लंघन करती है।