न्यूयॉर्क/नई दिल्ली, (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय अदालत (आइसीजे) के न्यायाधीश के चुनाव से पहले भारत ने दुनिया भर के राजनयिकों के साथ लॉबिंग शुरू कर दी है। इस संबंध में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कई देशों के राजदूतों के साथ अलग-अलग बैठकें भी की हैं।
विदित हो कि इससे पहले आइसीजे की एक सीट पर चुनाव के लिए भारत और ब्रिटेन के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला बेनतीजा रहा है। अब न्यायाधीश के चुनाव के लिए अगली तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
पांच सदस्यीय आइसीजे में एक न्यायाधीश का पद खाली हुआ है, जिसके लिए फिर से चुनाव हो है। भारत ने दलवीर भंडारी को इस चुनाव में फिर उतारा है। अब भारत उनको किसी तरह जिताना चाहता है।
इससे पहले नीदरलैंड के हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत की एक सीट के लिए भारत के दलवीर भंडारी और ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के बीच मुकाबला फिर से बेनतीजा रहा था। दोनों उम्मीदवार संयुक्त राष्ट्र महासभा और सुरक्षा परिषद में 11 चरणों के चुनाव के बाद भी ताजा मुकाबले में पर्याप्त वोट नहीं हासिल कर सके थे।
थाइलैंड के राजदूत ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की है। भारत का लक्ष्य संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारतीय उम्मीदवार दलवीर भंडारी के लिए दो तिहाई बहुमत सुनिश्चित करना है। महासभा में बहुमत हासिल होने से सुरक्षा परिषद पर नैतिक दबाव बनेगा।
विदित हो कि ब्रिटेन के क्रिस्टोफर ग्रीनवुड को सुरक्षा परिषद में बहुमत प्राप्त है। ऐसे में अगर महासभा में भारत के दलवीर भंडारी को बहुमत मिलेगा, तो इस पर काबिज होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। अब दोनों प्रत्याशियों के सामने महासभा और सुरक्षा परिषद में एक साथ बहुमत हासिल करने की चुनौती है।
संयुक्त राष्ट्र के तय नियमों के मुताबिक आईसीजे में बतौर जज नियुक्ति के लिए उम्मीदवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में 97 वोट हासिल और सुरक्षा परिषद से 8 वोट हासिल करने होते हैं।