ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
अंतरराष्ट्रीय
भारत की क्रेडिट रेटिंग में हुआ सुधार, निवेश बढ़ेगा
By Deshwani | Publish Date: 17/11/2017 2:49:58 PM
भारत की क्रेडिट रेटिंग में हुआ सुधार, निवेश बढ़ेगा

वाशिंगटन, (हि.स.)। देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का भले ही विरोध होता हो, लेकिन वह अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए निरंतर कड़े फैसले ले रहे हैं। नतीजा है कि दुनिया की कई रेटिंग एजेंसियों ने उनकी तारीफ की है। अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत को बीएए2 समूह में रखा है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।

विदित हो कि मूडीज़ की रैंकिंग में भारत की स्थिति बेहतर होने के पीछे आर्थिक और सांस्थानिक सुधार है। इस रेटिंग में करीब 13 साल बाद बदलाव हुआ है। इससे पहले 2004 में भारत की रेटिंग बीएए3 थी। इससे पहले 2015 में रेंटिंग को यथावत से सकारात्मक की श्रेणी में रखा गया था।

बीएए3 रेटिंग का अर्थ है सबसे कम निवेश वाली स्थिति का होना। अर्थात अब मूडीज के मुताबिक, भारत में निवेश के माहौल में सुधर हुआ है, इसलिए रेटिंग को बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दिया गया है।

मूडीज ने कहा कि रेटिंग में सुधार देश की सरकार के निर्णयों का अर्थव्यवस्था पर असर के आधार पर होता है। मूडीज ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ समय में ऐसे कदम उठाए हैं। इसके अलावा मोदी सरकार सरकारी कर्ज को भी कम करने की दिशा में भी कदम उठा रही है।

मूडीज की रिपोर्ट की मानें तो सरकार ने जिस तरह के कदमों को उठाया है, उससे सरकारी कर्ज के वृद्धि का जोखिम कम हो गया है। सरकार का कार्यकाल अभी बचा हुआ है इसलिए और बड़े फैसले की उम्मीद है। इससे विदेशी निवेश के लिए स्थिति और अनुकूल होगी।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने जिस तरह के आर्थिक सुधार के लिए फैसले लिए हैं, उससे दुनिया चकित है। जीएसटी के कारण देश में अंतर्राज्यीय व्यापार मे काफी वृद्धि होगी। इसके अलावा आधार, सीधा लाभ हस्तान्तरण योजना जैसे सुधारों से भी ‘नॉन परफॉर्मिंग लोन’ और बैंकिंग व्यवस्था में सुधार हुआ है।

मूडीज ने यह भी कहा है कि मोदी सरकार के फैसलों का असर लंबे समय के बाद दिखेगा। उदाहरण के तौर पर जीएसटी और नोटबंदी लागू होने के कारण कुछ समय के लिए जीडीपी में गिरावट हुई है।

मूडीज के अनुमान के मुताबिक भारत की विकास दर मार्च, 2018 तक 6.7 फीसदी होगी। वहीं अनुमान है कि 2019 तक जीडीपी एक बार फिर 7.5 फीसदी तक पहुंचेगी।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS