सियोल, (हि.स.)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तर कोरिया के खिलाफ हर हथकंडा अपनाने से नहीं चूक रहे हैं।अब कोरियाई प्रायद्वीप के नजदीक अमेरिकी विमानवाहक पोत नौसैनिक अभ्यास करेंगे। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से शुक्रवार को मिली।
हालांकि यह कहा जा रहा है कि ट्रंप के एशियाई दौरे के मद्देनजर यह नौसैनिक अभ्यास किया जा रहा है। लेकिन पिछले साल भर से उत्तर कोरिया के साथ चल रही तनातनी के बीच यह पहला मौका है, जब तीन विमानवाहक पोत कोरियाई जल सीमा में पहुंचे हैं। ये तीनों ही युद्धपोत परमाणु हथियारों समेत तमाम तरह की अत्याधुनिक युद्ध प्रणालियों से लैस हैं।
समाचार एजेंसी योनहॉप के अनुसार, अमेरिकी नौसेना के बयान में कहा गया है कि यूएसएस रोनाल्ड रीगन, यूएसएस निमित्ज और यूएसएस थियोडोर रुजवेल्ट अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में सैन्य अभ्यास करेंगे।
अमेरिकी नौसेना के प्रशांत क्षेत्र के कमांडर स्कॉट स्विफ्ट के अनुसार, साल 2007 के बाद पहली बार तीन युद्धपोत एक स्थान पर आकर एक साथ युद्धाभ्यास करेंगे। इस अभ्यास में दक्षिण कोरिया के मध्यम आकार के सात युद्धपोत, तीन विध्वंसक और चार सहयोगी पोत भी शामिल होंगे।
परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया इस तरह के युद्धाभ्यासों का घोर विरोधी है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने जब भी ऐसी अभ्यास किए हैं, तब उसने जवाब में नया मिसाइल परीक्षण किया है। उत्तर कोरिया इस तरह के सैन्य अभ्यासों को खुद पर हमले की तैयारी मानता है।