झारखंड
पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहें रेड़वा ग्रामवासी
By Deshwani | Publish Date: 20/6/2017 11:15:43 AM गुमला, (हि.स.)। आषाढ़ के महीने में भी गुमला तप रहा है। अब भी गुमला का तापमान नार्मल से काफी ज्यादा है। पिछले एक सप्ताह में गुमला के तापमान की बात करें तो यहां का पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा है। आषाढ़ में सुबह-शाम बारिश की फुहारों की जगह अभी गुमला के लोग लू के थपेड़ों को झेल रहे हैं। तो दूसरी ओर पानी के लिए लोग एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। सिसई प्रखंड के रेड़वा गांव में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। ग्रामीण पानी के लिए रतजगा कर रहे हैं। खेत में बना डाडी सहारा था, पर वहां का भी पानी सुख चुका है। डाडी में रीस रहे पानी को ग्रामीण केन से उलछ-उलछ कर काम चला रहे हैं।
पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गुमला द्वारा लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत 2016-2017 में 16 हजार लीटर क्षमता की जलमीनार का निर्माण किया गया है, लेकिन नया चापानल बना ही नहीं। पुराने चापानल पर मशीन लगा दिया गया, जिससे टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है। ग्रामीण चापानल के पास पाइप खोल पानी भरने का प्रयास करते है, पर पानी इतना कम निकता है, कि एक बाल्टी पानी भरने में काफी समय लग जाता है। इस संबंध में रेडवा मुखिया चमरू उरांव का कहना है कि जलमीनार पेयजल स्वच्छता विभाग से टेंडर लेकर ठेकेदार बनाया है, पर टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है। पीएचईडी विभाग सिसई के जेई ओंकार नाथ ने कहा कि पुराने चापानल से ही मशीन द्वारा जलमीनार में पानी चलाना था। मशीन में गड़बड़ी के कारण जलापूर्ति नहीं हो पा रही है।