झारखंड
बर्खास्तगी के बाद भी मिल रहा है पारा शिक्षक को मानदेय
By Deshwani | Publish Date: 20/2/2017 5:17:19 PMगढ़वा, (हि.स)। राजकीय प्राथमिक विद्यालय बरवारी के पारा शिक्षक विक्की वशिष्ठ को विभाग द्वारा सेवा मुक्त कर दिया गया है। उसके बाद भी भवनाथपुर बीइइओ कौशल किशोर चौबे की लापरवाही के कारण सेवा से बर्खास्त उक्त शिक्षक का मानदेय मिलना जारी है। पारा शिक्षक विक्की वशिष्ठ के पीएनबी के खाता 2653000100030620 में 30 दिसम्बर 2016 को सितम्बर और अक्टूबर माह जिसमें हड़ताल अवधि का 10582 रुपये मानदेय आया इसके अलावे 4 फरवरी 2017 को भी दिसम्बर माह का 8580 रूपये मानदेय खाता में भेजा गया। दो दिन पूर्व जब पारा शिक्षक विक्की वशिष्ठ अपने बैंक खाते से पैसा की निकासी करने पहुंचे तो बैंक द्वारा उन्हे बताया कि आपकी सेवामुक्त होने के बाद विभाग द्वारा दो माह का अतिरिक्त मानदेय आपके खाते में आ गया था जिसके चलते बीईईओ के लिखित आवेदन देकर आपके नीजी बैंक खाते से पैसा निकासी पर रोक लगवा दिया है। जिसे लेकर शिक्षक विक्की वशिष्ठ ने बैंक मैनेजर से तु तु मैं मैं होने लगी हंगामा बढ़ता देख बैंक कमियों ने पुलिस के बुलाने पर मामला शांत हुआ। सेवामुक्ति के बाद भी उक्त शिक्षक को मानदेय मिलना भवनाथपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर पारा शिक्षक विक्की वशिष्ठ ने बीईईओ कौशल किशोर चौबे पर आरोप लगाया कि मुझे मिले मानदेय में से आधा पैसा की मांग कर रहे थे बौर कहा कि हम सब समझ लेंगे तुम्हारा कुछ नही बिगड़ेगा। मानदेय लेते रहो और उसमें से आधा मुझे देते रहो। पैसा नही देने पर बीईईओ ने मेरे बैंक से पैसा निकासी पर रोक लगवा दिये। बीईईओ कौशल किशोर चौबे ने कहा कि सेवामुक्त पारा शिक्षक विक्की वशिष्ठ द्वारा मेरे उपर लगाया गया आरोप पुरी तरह से बेबुनियाद है। टंकन के गलती के कारण उनकी सेवामुक्ति के बाद भी दो माह का मानदेय बैंक खाता में चला गया था। 6 फरवरी को खाता पर रोक लगाते हुए पैसा रिकवरी के लिए बैंक को आवेदन दिया गया है।