मुंबई, (हिंस) । 20 साल पहले डेविड धवन ने सलमान खान को डबल रोल में लेकर जुड़वां बनाई थी। अब डेविड धवन ने अपने बेटे वरुण धवन को लेकर जुड़वां 2 बनाई है, जो पहली जुड़वां की सिक्वल नहीं, सीधे तौर पर रीमेक है। फिल्म में वही सारे मसाले हैं, जो डेविड धवन की हर फिल्म में होते हैं। इन मसालों के प्रेमी दर्शको के लिए ये फिल्म मनोरंजन का खजाना है।
कहानी वही है, जो पहली जुड़वां में थी। इस बार प्रेम और राजा (वरुण धवन) हैं, जो जुड़वां भाई हैं और बचपन में अलग हो गए। प्रेम लंदन में पला-बढ़ा है और बेहद शरीफ है। राजा मुंबई मे पला बढ़ा है और टपोरी है। मारा-मारी में राजा को मजा आता है, जबकि प्रेम किसी को मारने से डर लगता है । कहानी आगे बढ़ती है, जब राजा भी लंदन पंहुच जाता है। शक्ल मिलने से राजा और प्रेम की जिंदगी में गड़बड़ होती है। फिल्म के क्लाइमेक्स में सब ठीक हो जाता है, जब प्रेम और राजा मिलते हैं और उन दुश्मनों का मिलकर खात्मा करते हैं, जिनके चलते वे बचपन में अलग हुए थे। फिल्म के क्लाइमेक्स के सीन के बाद सलमान खान भी एक सीन में नजर आते हैं, वो भी डबल सलमान खान।
डेविड धवन की फिल्मों में कहानियां नहीं होतीं, न ही कोई लाजिक होता है। कहानियों और लाजिक की तलाश करने वाले लोगों को डेविड की फिल्म समझ में नहीं आती, लेकिन मसाला फिल्मों को पसंद करने वाले दर्शक डेविड की फिल्मो को एंज्वाय करते हैं। ये फिल्म उन दर्शकों के मनोरंजन के लिए ही बनी है और इस कसौटी पर फिल्म खरी उतरती है।
इस फिल्म को मनोरंजक बनाने में वरुण धवन ने सबसे बड़ा योगदान दिया। प्रेम और राजा, वे दोनों किरदारों में जमे हैं। वरुण ने दोनों किरदारों को शानदार तरीके से निभाया। तापसी पन्नू और जैक्लीन फर्नांडिज इस फिल्म में ग्लैमरस अवतार में है और उनको इसके लिए ही कास्ट किया गया है। सहायक किरदारों में सभी कलाकार कमजोर हैं या कहे कि टाइम पास हैं। राजपाल यादव और अनुपम खेर खानापूर्ति करते हैं। पवन मल्होत्रा, जाकिर हुसैन, मनोज जोशी जैसे किरदारो को कोई ढंग का रोल नहीं मिला। विलेन के रोल में विवान मिसफिट हैं। उनको न एक्टिंग आती है और न ही चेहरे पर कोई भाव हैं।
अनु मलिक ने पुरानी जुड़वां में संगीत दिया था। इस बार उन्होंने पुरानी जुड़वां के दो गानों- ऊंची है बिल्डिंग और चलती है क्या.... को रीमिक्स किया और परदे पर दोनो गाने प्रभावशाली हैं। फिल्म का एक्शन अच्छा है। फिल्म के संवाद अच्छे हैं। एडीटिंग अच्छी है। फिल्म का पेस अच्छा है, जिसमें किसी को सोचने समझने का कोई मौका नहीं दिया जाता। फिल्म सुपर रफ्तार के साथ आगे बढ़ती है।
फिल्म मनोरंजन से भरपूर है। काफी समय बाद ऐसी मसाला फिल्म आई है। वरुण धवन का स्टारडम और फिल्म के मसाले बाक्स आफिस पर धमाल मचा सकते हैं। ये साल की सुपर हिट फिल्म बन सकती है।