मुखिया ने दी थी सुपारी, पत्नी बनी दरभंगा एसके कंस्ट्रक्शन के मालिक कुशेश शाही की हत्या का कारण - एसएसपी
दरभंगा। मो अब्दुल कलाम।
दरभंगा की सड़क निर्माण कम्पनी के मालिक कुशेश प्रसाद शाही हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या में शामिल 9 अपराधियों में से एक पुलिस ने दबोच लिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक श्री बाबू राम ने बताया कि इस मामले में मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र के बृजलाल साइन निवासी सुभम राज उर्फ गोलू को गिरफ्तार किया गया है।
मालूम हो कि सदर थाना क्षेत्र के एन एच 57 पर बीते वर्ष 22 दिसम्बर को रानीपुर चौक के पास सड़क निर्माण कम्पनी के मालिक कुशेश प्रसाद शाही की हत्या कर दी गयी थी। गिरफ्तार गोलू ने पुलिस को बताया है कि हत्या का कारण शाही की दूसरी पत्नी हैं। एसएसपी श्री राम ने बताया कि इस हत्याकांड में 9 लोगों की संलिप्तता है। सभी अपराधियों की पहचान कर ली गई है। अपराधी मुजफ्फरपुर के कांटी व रून्नी सैदपुर के हैं।
सुभम ने पुलिस को हत्याकांड का खुलासा किया-
सुभम ने बताया कि इस हत्या को अंजाम देने के लिए एक इंडिका कार पर 6 लोग सवार हुए। फिर 22 दिसंबर को रानीपुर चौक के पास कुशेश शाही की गाड़ी रुकवाकर हत्या कर दी।
6 माह पूर्व सीतामढ़ी के नीरज मुखिया ने दी थी सुपारी-
एसएसपी श्रीराम ने बताया कि सीतामढ़ी के नीरज मुखिया ने ठीकेदार कुशेश साही की हत्या के लिए सुपारी दी थी। नीरज मुखिया ने इसके लिए मुजफ्फरपुर के गोविन्द शाही को 5 लाख रुपए बतौर एडवांड किए थे। बाकी हत्या के बाद भी रुपए देने थे। एसएसपी ने बताया कि कुशेश साही की दूसरी पत्नी को लेकर नीरज मुखिया से विवद चल रहा था। इसको लेकर ठीकेदार शाही ने मुकदमा भी किया था। रुपए लेने के बाद देर होने पर गोविन्द शाही पर दबाव बनाया गया। हत्या को अंजाम देने के लिए सुभम के चाचा रुपेश ठाकुर से भी पैरवी की गई।
शुभम उर्फ गोलु पर काँटी थाना में हत्या, आर्म्स एक्ट, डकैती आदि कई मामलों को लेकर कांड दर्ज है। वरीय पुलिस अधीक्षक श्रीबाबूराम ने बताया कि सभी अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जायेगी। पत्रकार सम्मेलन में सदर डीएसपी अनोज कुमार व सदर थानाध्यक्ष राजन कुमार सहित पुलिस इंस्पेक्टर शामिल थे।