दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर।
बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। उक्त बातें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सहरसा जिला अंतर्गत बलुआहा से गंडौल-बिरौल हाटि कोठी के बीच कोसी नदी पर आरसीसी पुल के पहुँच पथ का विस्तारीकरण का उद्घाटन करने के बाद कही।
उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा विकास मिथिलांचल का हुआ है। मैं अभी भी कहता हूं कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता। इसी तरह मिथिला के विकास के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि जब व मुख्यमंत्री बने थे तो पटना को सभी दूर दराज इलाकों से 6 घंटे में जोड़ने का आदेश पथ निर्माण विभाग को दिया था। बाद में इसे घटाकर 5 घंटा कर दिया गया था अब 4 घंटे में पटना मुख्यालय पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि स्टेट हाईवे 88 का निर्माण कराया जाएगा जो रसियारी- दलसिंहसराय बलुआ ब्रिज से हाजीपुर तक। जिससे इस इलाके के लोगों को काफी सहूलियत होगी। इस पर 1112 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि इस पुल के निर्माण हो जाने से दरभंगा से सहरसा की दूरी 30 किलो मीटर कम हो गयी है। मुख्यमंत्री श्री कुमान ने कहा कि आज घर-घर बिजली पहुंच गयी है। लालटेन युग की समाप्ति हो गयी है।
इस मौके पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार और राज्य में नीतीश सरकार ने सड़क का ही निर्माण नहीं किया है बल्कि दिलों को जोड़ने का काम किया है। जहां 15 साल में 6000 करोड़ रुपये खर्च राज्य सरकार नहीं कर सकी वहीं 15 लाख 19 हजार करोड़ रुपये खर्च राज्य सरकार ने किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि हमारी सरकार में घोटाला नहीं हुआ। गांव के सड़क और गलियों को भी जोड़ा गया। 15 साल में विकास ही विकास हुआ है।
इस मौके पर पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते नहीं है बल्कि काम करते हैं। उनकी वजह से पूरे मिथिला को एक करने का काम किया है। उच्चैठ भगवती स्थान से 5000 करोड़ की लागत से भेजा-सहरसा तक सड़क बनाई जाएगी।
सभी सड़क निर्माण का काम पथ निर्माण विभाग करेगा। वर्ष 2018-19 में हमारा लक्ष्य 5000 करोड़ की योजना का है। वहीं दरभंगा में 250 करोड़ की योजना स्वीकृति दी गयी है। जिसमें रेलवे लाइन के ऊपर 200 करोड़ की योजना का ओवर ब्रिज बनाकर हम इसे साकार करेंगे।
इस मौके पर दरभंगा जिला प्रभारी मंत्री महेष्वर हजारी ने कहां की एनडीए की सरकार जात-पात से ऊपर उठकर काम करती है जिसे आने वाले वक्त में हमें याद रखने की जरूरत है।
इस मौके पर क्षेत्रिय विधायक व खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने मुख्यमंत्री से क्षेत्र की कई योजनाओं का जिक्र करते हुए इसे साकार करने की मांग की।
इस अवसर पर राज्य योजना पार्षद के सदस्य संजय झा ने कहा कि बिहार के मुख्यमत्री नीतीष कुमार ने दो भागों में बटे मिथिलांचल को एक करने का काम किया है। पूरा इलाका 6 महीना तक पानी में डुबा रहता था। लेकिन आज पूरा मिथिलांचल एक हो गया है। यहां के लोगो को इसकी मजदूरी देने का वक्त आ गया है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 350 करोड़ की लागत से नव निर्मित हाटि-कोठी से लेकर सहरसा-गंडौल तक 17 नंबर सड़क का उद्घाटन किये।
वहीं बिरौल प्रखंड स्थित बिरौल पंचायत परिसर में 95 लाख की लागत से बने पंचायत सरकार भवन का उद्घाटन भी किया। इसके अलावा 310 किसानों को संबद्धता प्रमाण पत्र दिया गया जिसके तहत किसानों को सिंचाई के लिए बिजली दी गयी। वहीं 162 तकनीकी सहायक और लेखापाल को नियुक्ति का प्रमाण पत्र भी दिया गया। इसके अलावा 135 कन्याओं को मुख्यमंत्री कन्या योजना का लाभ मुख्यमंत्री ने दिया। जबकि 26 करोड़ की लागत से छात्र-छात्राओं को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड दिया गया, 855 छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिला।
इस मौके पर विधायक शशिभूषण हजारी, नगर विधायक संजय सरावगी, हायाघाट विधायक अमरनाथ गामी, जाले विधायक जीवेश मिश्रा, विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह, अर्जुन सहनी, डॉ दिलीप चौधरी, पूर्व विधान पार्षद मिश्री लाल यादव, पूर्व विधायक इजहार अहमद, गोपाल जी ठाकुर, विनोद कुमार चौधरी, अजय चौधरी, सुनील भारती, हरि सहनी, श्याम किशोर प्रधान, रूमी खान, विकास कुमार, द्वारिका प्रसाद, मदन राय, ताराकान्त झा, सत्यनारायण झा आदि मौजूद थे।