दरभंगा। मो अब्दुल कलाम।
लहेरियासराय गुदरी स्थित किसान भवन मे दरभंगा जिला किसान सभा एवं दरभंगा जिला खेतिहर मजदूर यूनियन की संयुक्त बैठक साथी प्रमोद सिंह के अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में बेदखली पर रोक, सूखा पीड़ितों को राहत एवं आंगनवाड़ी सेविका ,सहायिका को नियमित करने की मांग को लेकर 12 दिसंबर को जिला समाहरणालय पर जुझारू प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए किसान सभा के राज्य अध्यक्ष साथी ललन चौधरी ने कहा कि कृषि संकट बढ़ रहा है। किसानों के पैदावार का उचित दाम नहीं मिल रहा है। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट पर अमल नहीं हुआ, पूरा राज्य सूखा प्रभावित है। मगर राज्य सरकार सूखा प्रभावित किसान बटाएदारों को अभी तक राहत नहीं दी गई। जबकि रवि की रोपनी हो रही है। किसानों को बीज खाद सरकार मुहैया नहीं करा रही है। श्री चौधरी ने कहा कि बड़े पैमाने पर सरकारी बोरिंग बंद है, उस बोरिंग को चालू कराने का प्रयास नहीं हो रहा है।
बैठक में किसान मजदूरों के वरिष्ठ नेता अविनाश ठाकुर मंटू ने कहा कि दरभंगा जिला पूर्ण सूखा घोषित किया गया। अभी तक सरकार किसान बकायेदारों को कोई राहत नहीं दी है। सुखाड़ के कारण मजदूरों का बड़ी संख्या में काम नहीं मिलने के कारण मजदूर दूसरे प्रदेशों में पलायन हो रहे हैं। जबकि राज्य सरकार ने कहा था कि मजदूरो का पलायन यहां से नहीं होने दिया जायेगा। बिहार में बंद पड़ी कई मिलों को शीध्र ही चालू किया जायेगा। परन्तु अभी तक दरभंगा जिला में न-ही अशोक पेपर मिल न-ही चीनी मिल को ही चालू कराया गया है।
बैठक में खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव दिलीप भगत ने कहा कि आशा आंगनवाड़ी सेविका सहायिका का नियमित करने एवं तत्काल न्यूनतम 18 हजार रुपये मासिक वेतन देने की मांग को लेकर हड़ताल चल रही है। मगर सरकार इन मांगों पर चुप है। उन्होंने आशा आंगनवाड़ी सेविका सहायिका की मांगो पर अविलंब उचित कारवाई करने की मांग की। बैठक में प्रस्ताव कर आशा आंगनबाड़ी सेविका सहायिका का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से अविलंब हड़ताल समाप्त कराने की भी मांग की गई। बैठक को जिला सचिव श्याम भारती, सुधीर पासवान, राम सागर पासवान, महेश दुबे समेत कई नेताओं ने संबोधित किया।