यूनेस्को क्लब की अंतर स्कूल डांस प्रतियोगिता 2018: राधा-कृष्ण का जीवन हमें निस्वार्थ प्रेम तथा ईमानदारी की सीख देता है- डॉ झा
दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर।
राधा-कृष्ण नृत्य प्रतीकात्मक एवं रचनात्मक है, जो प्रकृति और पुरुष के बीच के संबंध को दर्शाता है। यह न केवल धार्मिक, बल्कि आध्यात्मिक भी है। राधा-कृष्ण का जीवन हमें निस्वार्थ प्रेम तथा ईमानदारी की सीख देता है। शुभ कर्मों का फल ईश्वर की इच्छा के अधीन होती है। उक्त बातें दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एचएन झा ने यूनेस्को क्लब आफ दरभंगा सिटी द्वारा डीएमसी ऑडिटोरियम में आयोजित ’अंतर स्कूल डांस प्रतियोगिता 2018’ का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए कही।
प्राचार्य श्री झा ने कहा कि यूनेस्को क्लब द्वारा आयोजित राधा-कृष्ण डांस प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व के विकास तथा सांस्कृतिक ज्ञान हेतु एक कारगर कदम है। यह आयोजन नई पीढ़ी को भारत की प्राचीन एवं उन्नत सभ्यता संस्कृति से निश्चित रूप से रूबरू कराएगा। यह समाज को सकारात्मक उर्जा भी प्रदान करेगा।
मुख्य अतिथि के रूप में डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा कि राधा-कृष्ण की छवि को देख कर हमारा तन-मन प्रसन्न हो जाता है। राधा-कृष्ण निश्चल एवं अगाध प्रेम के प्रतीक हैं। उनका अलौकिक, आध्यात्मिक तथा अविस्मरणीय भक्ति हमें पारलौकिक प्रेम का संदेश देती है।
सम्मानित अतिथि के रूप में डॉ केएनपी सिन्हा ने कहा कि भगवान कृष्ण जन-जन के देवता हैं। जिनका जीवन व्यवहारिकता एवं आध्यात्मिकता से परिपूर्ण है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूर्व अधीक्षक डॉ संतोष कुमार मिश्रा, क्लब के कोषाध्यक्ष श्रवण कुमार बिरोलिया, विनोद कुमार सिंह, डॉ आरएन चौरसिया, प्रो बृजमोहन मिश्रा, डॉ जितेंद्र ठाकुर, डॉ बीके मिश्रा, डॉ राज अरोड़ा, डॉ केके चौधरी, डॉ अंजू अग्रवाल, डॉ राजेश द्विवेदी, डॉ मनोज कुमार, डॉ एमएच खान, नंदकिशोर बोहरा, विशाल गौरव, डॉक्टर संतोष मिश्रा, राहुल मिश्रा, डॉक्टर माधेश्वर झा, हीरा कुमार झा, डॉ ओम प्रकाश चौरसिया, डॉ लाल मोहन झा, राकेश कुमार वर्मा, सुशील कुमार, हेम प्रभा मिश्रा, डॉ अलका द्विवेदी, डॉ अंजू कुमारी, शरबत यासमीन, डॉ अनमोला झा, अनीता सिंह, सुधा सराफ व कुमार संजय आदि क्लब के सदस्य उपस्थित थे।