दरभंगा। देवेन्द्र कुमार ठाकुर।
जिला को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए चल रहे पोषण अभियान में सभी विभाग बेहतर समन्वय के साथ काम करें। दरभंगा के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने समाहरणालय स्थित भीमराव अम्बेडकर सभागार में सभी विभागों के समन्वय के लिए आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुपोषण का सबसे बड़ा कारण लोगों में जागरूकता की कमी है। अगर लोग अपने दैनिक जीवन में आहार व्यवहार में थोड़ा सुधार कर लें तो कुपोषण जड़ से खत्म हो जाएगा। सभी अधिकारियों को उन्होंने गांव एवं टोले में जाकर लोगों के स्थानीय भाषा में कुपोषण के दुष्चक्र से अवगत कराने को कहा तथा इससे बचने के उपायों के बारे में भी रोचक तरीके से बताने का निर्देश दिया।
बैठक में आईसीडीएस के डीपीओ अलका आम्रपाली ने बताया कि सरकार के द्वारा कुपोषण, बौनेपन एवं स्वास्थ्य संबंधी मानकों में प्रति वर्ष 2 प्रतिषत की दर से सुधार का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सितम्बर महीने के विशेष पोषण अभियान कार्यक्रम के साथ साथ पूरे साल भर के लिए कार्य योजना बनाकर उस पर अमल करने की जरूरत है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पोषण साक्षरता के इस कार्यक्रम को किसी युवती के शादी से लेकर गर्भधारण, प्रसव एवं बच्चों के देखभाल सभी स्तरों पर ध्यान देने योग्य तथ्यों को समाहित करते हुए लोगों को जागरूक करें।
उप विकास आयुक्त डॉ कारी प्रसाद महतो ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड स्तरीय अन्य पदाधिकारियों को इस विशेष अभियान में रुचि लेकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने को कहा।
सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि बच्चों में होने वाली अधिकांश बीमारी का मूल वजह कुपोषण है। जन्म से 6 वर्ष तक के बच्चों के लिए उचित आहार पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिन लोगों ने अपना शौचालय बना लिया है उसका तुरंत भुगतान कर दें साथ ही नल जल एवम सात निश्चय की योजनाओं के गुणवत्तापूर्ण कारण क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें। कार्यशाला में सभी अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी सी डी पी ओ एवं केयर इंडिया एवं अन्य के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।