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दरभंगा
समाहरणालय के समक्ष महिलाओं का प्रदर्शन,घंटों सड़क जाम
By Deshwani | Publish Date: 29/1/2018 6:38:41 PM
समाहरणालय के समक्ष महिलाओं का प्रदर्शन,घंटों सड़क जाम

दरभंगा,  (हि.स.)| पूरे देश के ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर स्कीम कर्मियों के देशव्यापी जेल भरो अभियान के तहत सोमवार को बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ, बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ,गोप गुट, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन-ऐपवा और अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मज़दूर सभा-खेग्रामस से जुड़ी हज़ारों महिलाओं ने समाहरणालय पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। जुलूस पोलो मैदान से निकलकर एसएसपी ऑफिस, समाहरण्यालय होते हुए लहेरियासराय टावर पर पहुँचा, जहाँ घंटों सड़क जाम रखा गया। मार्च का नेतृत्व आशा संघ के उमेश प्रसाद साह, रसोइया संघ से पप्पू पासवान, सुरेंद्र पासवान, खेग्रामस से प्रो. कल्याण भारती, एक्टू के राम नारायण पासवान भोला जी ऐपवा से शनिचरी देवी कर रहे थे। मार्च में लोग वेतन दो या जेल दो, पेंशन दो या जेल दो, ओडीएफ की नौटँकी बन्द करो-सभी को टँकीयुक्त शौचालय दो आदि नारे लगा रहे थे। आक्रोशित महिलाओं ने घंटों लहेरियासराय टावर को अविरुद्ध कर दिया और जेल भेजने की मांग की जाने लगी। मौके पर सभा की अध्यक्षता आशा संघ की विजय लक्ष्मी देवी, रसोइया संघ से संतरा देवी, ऐपवा से शाधना शर्मा, खेग्रामस से जंगी यादव कर रहे थे।

इस मौके पर आशा कार्यकर्ता संघ की राज्य अध्यक्ष ऐपवा नेत्री शशि यादव ने कहा कि आशाओं से बिना वेतन काम लेने वाले-1250 रुपये में रसोइयों को महीना भर खटाने वाले देश के प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सरकार ही न्यूनतम मजदूरी कानून लागू नही करेगी तो फिर फरियाद किससे किया जायेगा। देश के ऊपर ठेका, मानदेय, नियोजन, प्रोत्साहन आधारित है। सरकार और न्यायालय को इसपर विचार करना चाहिए। अन्य राज्यों में विद्यालय रसोइयों और आशाओं को जो वेतन मिलता है वो भी बिहार सरकार नहीं दे रही है। केंद्रीय ट्रेड यूनियन एक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के नाते उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा बजट में इसका प्रावधान नहीं होता है तो अप्रैल में पूरे देश में एक साथ अनिश्चित कालीन हड़ताल की घोषणा की जायेगी।
खेग्रामस नेता जंगी यादव व प्रोफ़ेसर कल्याण भारती ने कहा कि नीतीश सरकार ओडीऍफ़ के नाम पर नौटंकी कर रही है। सरकार ओडीएफ की नौटंकी बंद कर दलित-गरीबों के लिए शौचालय का प्रबंध करे, नहीं तो आंदोलन तेज़ किया जाएगा।
ऐपवा नेत्री शाधना शर्मा, शनिचरी देवी ने कहा कि सरकारी कामकाज में लगे तमाम महिलाओं को वेतन और 55 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को पेंशन नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
मौके पर संतरा देवी, पूनम देवी, हीरा साफी, रेखा देवी, मधु सिन्हा, रानी शर्मा, रसीदा खातून, पविना देवी, नीलाम देवी, मुन्नी खातून, अनीता देवी, शीला देवी, राजन देवी, जैद खातून रीता देवी, गीता देवी, हसीना खातून, नीलू देवी, भुलूर देवी सहित कर्मी उपस्थित थे।
मार्च के समर्थन में भाकपा (माले) जिला कमेटी सदस्य नन्द लाल ठाकुर, अभिषेक कुमार, देवेन्द्र कुमार, प्रिंस कुमार कर्ण, हरी पासवान, अमित कुमार, शिवन यादव सहित कई लोग शामिल थे। 
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