बिहार
सारण सदर अस्पताल में पिटाई के विरोध में चिकित्सकर्मियों ने बंद कराया ओपीडी
By Deshwani | Publish Date: 27/4/2017 6:49:12 PM छपरा, (सारण) । सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकर्मियों ने परसा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक की पिटाई के विरोध में ओपीडी को गुरूवार को बंद करा दिया और पिटाई में शामिल होने वाले लोगों की तीन दिनों में गिरफ्तारी नहीं होने पर आपातकालीन कक्ष में भी तालाबंदी की चेतावनी दी है।
बिहार राज्य चिकित्सा सेवा संघ के आह्वान पर जिले के सभी सभी चिकित्सकों ने ओपीडी सेवा का बहिष्कार कर दिया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत चिकित्सकों ने सुबह में अस्पताल पहुंच कर बैठक करने के बाद यह कार्रवाई की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि तीन दिनों में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में काम- काज ठप कर दिया जाएगा और आपातकालीन कक्ष को भी बंद कराया जाएगा। इस दौरान सभी चिकित्सा कार्यों का भी बहिष्कार किया जाएगा। इस सिलसिले में बिहार राज्य चिकित्सा सेवा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिला और अपनी मांगो के समर्थन में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमें चिकित्सक के साथ मारपीट करने वाले अपराधियों को तीन दिनों के अंदर गिरफ्तार करने, चिकित्सकों पर बढ़ते हमलों पर रोक लगाने के साथ -साथ चिकित्सकर्मियों की सुरक्षा का प्रबंध करने की मांग शामिल हैं।
सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों को बैरंग वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। वही, ओपीडी के सभी कक्ष दिन भर बंद रहे। इस कारण मरीजों को निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम का सहारा लेना पड़ा। गरीब और असहाय मरीजों को बिना इलाज कराए घर वापस लौटना पड़ा। ओपीडी बंद रहने के कारण निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी। सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में कुछ गरीब और असहाय मरीजों का इलाज तो चिकित्सकों ने कर दिया लेकिन ओपीडी बंद रहने के कारण उन्हें मुफ्त में दवा आदि नहीं मिल सकी। इस कारण उन्हें दवा के साथ-साथ जांच भी बाहर से ही कराना पड़ा।
बंद रहे ओपीडी के उक्त कक्ष
-शिशु कक्ष
- मेडिसिन विभाग
- दंत रोग विभाग
- चर्म रोग विभाग
- यक्ष्मा विभाग
- महिला रोग विभाग
- नेत्र व गला रोग विभाग
- हड्डी एवं सर्जरी विभाग
- कुष्ठ रोग विभाग
- एड्स रोग विभाग
- फिजियोथेरेपी विभाग
- पैथाॅलाजी विभाग
इस बाबत जब सदर अस्पताल छपरा के उपाधीक्षक डा.शंभू नाथ सिंह से स्पष्टीकरण देने को कहा गया तो उन्होंने बताया कि बिहार राज्य चिकित्सा सेवा संघ की ओर से एक दिन पहले ही ओपीडी बंद कराने की सूचना दी गयी थी। इससे सरकार तथा वरीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया था। गौरतलब है कि परसा में चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना के विरोध में चिकित्साकर्मी सांकेतिक हड़ताल पर चले गए थे ।