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छपरा में बालू लदी नाव गंगा-सरयू के संगम पर डूबी, 17 लोग थे सवार, एक लापता
By Deshwani | Publish Date: 4/8/2018 8:54:17 PM
छपरा में बालू लदी नाव गंगा-सरयू के संगम पर डूबी, 17 लोग थे सवार, एक लापता

 

छपरा। गणपत आर्यन की रिपोर्ट। देशवाणी।
 
सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिताब दियारा के भवन टोला से पूरब गंगा व सरयू नदी के संगम के पास एक बालू वाहक मोटर चलित नाव के डूबने से उस पर सवार करीब 17 लोग  डूब गये।  जिसमें से 16 लोगों को बचा लिया गया और एक व्यक्ति लापता है। यह घटना शनिवार की शाम की है। बताया गया है कि लापता मजदूर की तलाश अंधेरा होने के कारण रोक दी गई है।
 
नाव पर सवार जीवित बचे लोगों ने ही घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। नाव सोन नदी से बालू लेकर सिताब दियारा जा रही थी। इसी दौरान यह घटना हुई। नदी में डूबने वाली नाव मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नयका विशुनपुरा गांव के निवासी विजय राय की बतायी गई है। सूचना है कि नाव पर करीब 17  लोग सवार थे। सभी लोग उसी नाव पर बालू लादने-उतारने का का काम करते थे।

क्षमता से अधिक लोड हुआ था बालू-

नाव डूबने का कारण क्षमता से अधिक बालू की लोडिंग करना बताया जाता है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि नाव में छेद होने के कारण उसमें पानी भर गया। जिससे नाव अचानक पानी में नीचे बैठ गयी। नाव इतनी जल्दी में डूबी कि उसपर सो रहे मजदूरों को नाविक जगा नहीं पाये। नाव मोटर चालित थी। इस घटना की जानकारी जानकारी मिलते ही मजदूरों के गांव में मातम छा गया है और प्रशासन ने संध्या समय नाव तथा उस पर सवार मजदूरों को खोजने का प्रयास किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। रात हो जाने के कारण नाव निकालने और डूबने वाले मजदूर की तलाश कार्य बंद हो गया। अब अगले दिन तलाश की जायेगी।

घटना से बालू के अवैध खनन व ढुलाई पर लगी रोक की पोल खुली-

 इस घटना ने बालू के खनन और ढुलाई पर लगी रोक की पोल खोल दी है। नाव निबंधन तथा नाव परिचालन के लिए लागू किये बंगाल फेरी घाट एक्ट के उलंघन भी उजागर हुआ है। जानकारी के अनुसार नाव का निबंधन नहीं कराया गया था। उस पर सरकारी प्रावधानों के अनुसार सुरक्षा का कोई उपाय नहीं किया गया था। इस संबंध में पूछने पर पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि नाव पर 17 लोग सवार थे। जिसमें से 16 लोगों को जीवित बचा लिया गया है।
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