छपरा से गणपत आर्यन। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फोर लेन पर बीन टोलिया गांव के सामने बहुचर्चित भूमि कारोबारी अवधेश सिंह की हत्या के बाद से जिले के प्रोपर्टी डीलर खौफजदा हैं। भूमि विवाद के कारण अवधेश सिंह की हत्या की घटना के पहले भी कई लोगों की हत्या हो चुकी है। फोर लेन का निर्माण शुरू होने के समय से ही हत्या की घटना शुरू हो गयी और यह सिलसिला लगातार चल रहा है।
पेशेवर अपराधियों की संलिप्तता की आशंका-
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उमधा गांव के निवासी अवधेश सिंह की, जिस जगह पर हत्या की गयी, उसके आस-पास काफी भूमि है। अवधेश सिंह सिंह की पहचान भूमि कारोबारी के रूप में थी। अवधेश सिंह ने भूमि खरीद कर उसे दूसरे लोगों के हाथों बेचा था। जिसको लेकर कई लोगों के साथ विवाद चला आ रहा था। आशंका है कि भूमि विवाद के कारण ही हत्या की गयी है। हत्या किसने की, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। इस हत्या की घटना को जिस तरह से अंजाम दिया गया है, उससे यह प्रतीत हो रहा है कि पेशेवर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिए है।
फोर लेन चालू होने के पहले शुरू हो गया खुनी खेल-
छपरा-हाजीपुर के बीच फोर लेन चालू होने के पहले ही खुनी खेल शुरू हो गया है। फोर लेन का निर्माण पांच वर्ष से चल रहा है। उसी समय से खुनी खेल शुरू हो गया है। खासकर वैसे जगहों पर फोर लेन के किनारे सबसे अधिक विवाद हो रहा है, जहां पहले से सड़क नहीं है और वहां से होकर फोर लेन का निर्माण कराया जा रहा है। उसके अगल- बगल में जमीन की खरी- बिक्री का धंधा शुरू हो गया है। इसको लेकर विवाद उसी समय बढ़ गया है।
एक दर्जन से अधिक भू माफिया की हो चुकी है हत्या
पांच वर्ष के अंदर एक दर्जन से अधिक भू-माफियाओं की हत्या हो चुकी है। खासकर सोनपुर, नयागांव, दिघवारा, डोरीगंज तथा मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हत्या की घटनाएं हुईं हैं। जिससे भूमि विवाद के मुकदमे बढ़ गये हैं। इसी वर्ष सोनपुर थाना क्षेत्र के पहलेजा और नयागांव थाना क्षेत्र में भूमि विवाद के कारण एक-एक व्यक्ति की हत्या कर दी गयी।
जालसाजी व जबरन कब्जे के कारण भी बढ़ रहा है विवाद-
फोर लेन के अगल-बगल की भूमि पर जबरन कब्जा करने तथा जालसाजी कर दूसरे की भूमि बैनामा (रजिस्ट्री) कराने के कारण भी भूमि विवाद बढ़ रहा है। भूमि की खरीद बिक्री का धंधा करने वालों के द्वारा कम समय में अधिक धन अर्जित करने के लालच में तरह-तरह के हत्थकंडे अपनाये जा रहे है। इसमें सबसे पहले पाॅवर अटार्नी लेकर भूमि बेचने का धंधा शुरू हुआ। इस पर रोक लगने के बाद से फर्जी लोगों को खड़ा करा कर जमीन की रजिस्ट्री कराने का खेल लंबे समय तक चला। जब इस पर भी रोक लगाई गई तो, जबरन कब्जा करने का खेल चल रहा है। इसके कारण विध-व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है।