छपरा
बद से बदतर हो रही पंप नहर सिंचाई योजना
By Deshwani | Publish Date: 5/2/2018 2:49:41 PMछपरा । केंद्र या राज्य सरकार किसानों के लिए योजनाएं चला रही है, लेकिन सिंचाई करने लिए मांझी प्रखण्ड के ताजपुर स्थित दाहा नदी पर करोड़ों की लागत वाली पंप नहर योजना सिर्फ हवाई बनकर रह गयी है। किसानों को सिंचाई के लिए सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। चाहे वे सरकारी नलकूप हों या नहर, चाहे पंप नहर हो, सभी की स्थित बद से बदतर है। प्रखण्ड के नहरों पर करोड़ों खर्च कर सभी को आरसीसी करा दिया गया, लेकिन किसानों को आज तक पानी नसीब नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताजपुर में दाहा नदी पर 25 करोड़ रुपये की लागत से पंप नहर योजना का शिलान्यास किया था।
प्रखण्ड के दर्जनों गांव होते हुए एकमा प्रखण्ड के कुछ गावों के किसानों को इसकी शुरुआत की आस लगी थी कि इस के चालू होने से लाखों किसानों को सिचांई को लेकर आर्थिक बोझ नहीं उठानी पड़ेगी। दो प्रखण्डों के लाखों किसानों का सपना साकार नहीं हो सका। इस पंप नहर के शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक किसानों को पूर्ण भरोसा था कि अब यहां के किसान हरियाणा की तर्ज पर खेती कर खुशहाल होंगे, लेकिन उद्घाटन के कई महीनों के बाद भी सिंचाई के लिये पानी नहीं मिला। पूर्व मंत्री गौतम सिंह का सपना था कि मांझी के खेती के मामले में हरियाणा बनाऊंगा। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने किसानों से वादा किया था कि सिंचाई के मामले में मांझी को हरियाणा बनाऊंगा। ताजपुर पंप नहर योजना का उद्घाटन उन्होंने कुछ महीने पहले कर दिया। इसके बाद से पंप नहर बंद ही पड़ा है। ताजपुर में पंप नहर योजना के लिए मांझी से ताजपुर तक अलग से विघुत लाइन बनाने की योजना बनी थी। वर्षों बाद सरयू नदी के किनारे किनारे विद्युतीकरण का भी कार्य हुआ, लेकिन जब सरयू नदी का पानी बढ़ता है तब विद्युतीकरण का आधा हिस्सा पानी में चला जाता है।