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बिहार
छापेमारी के बाद कैदियों ने किया हंगामा, पुलिसबलों के साथ मारपीट व पथराव
By Deshwani | Publish Date: 15/2/2017 4:08:21 PM
छापेमारी के बाद कैदियों ने किया हंगामा, पुलिसबलों के साथ मारपीट व पथराव

छपरा (सारण), (हि.स.)। बिहार के छपरा में बुधवार को जेल में छापेमारी के बाद पुलिस और कैदियों के बीच हाथापाई ने भयंकर रूप ले लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जेल से रंगदारी मांगने की खबर के बाद छपरा मंडल कारा में पुलिस छपेमारी के लिये गई थी । इस दौरान जांच के क्रम में पुलिस को कुख्यात अरुण साव के पास से दो मोबाइल मिला। छापेमारी के बाद कैदियों ने हंगामा शुरू कर दिया और मारपीट के साथ पथराव भी किया । इस दौरान जेल के दो पुलिसकर्मियों को भी कैदियों ने घायल कर दिया। 

छापेमारी के बाद सारण एसपी पंकज कुमार राज ने जेल में दो मोबाइल मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि यह जेल की लापरवाही है जिसकी अलग से जांच होगी। जेल में हुए हंगामे और पथराव के बाद बुधवार को मुलाकातियों को मिलने से रोक दिया गया। इस हंगामे में दो कैदी भी घायल हैं जिनका उपचार सदर अस्पताल, छपरा में चल रहा है। जेल से लौटने के बाद सदर एसडीओ व एएसपी डीएम दीपक आनंद से मिले। उन्होंने कुख्यात अरुण को छपरा जेल से अन्यत्र स्थानांतरित करने की सिफारिश की। दोनों ने जिलाधिकारी को बताया कि अरुण जेल में रहकर अपने गुर्गों के सहारे शहर के व्यवसायियों को धमका रहा है । जेल से ही उसने एक प्रॉपटी डीलर से रंगदारी मांगी है । 

इसके पूर्व उसी के इशारे पर शहर के एक बर्तन व्यवसायी की हत्या की जा चुकी है । ऐसे में उसे छपरा मंडल कारा से अन्यत्र जेल में स्थानांतरिक करना जरूरी हो गया है। गौरतलब हो कि लूट और हत्या समेत कई संगीन अपराधों के गुनहगार कुख्यात अरुण साह लगभग डेढ वर्ष से जेल में बंद है । जेल के बाहर और उसके अंदर जाने के बाद भी उसका आतंक कम नहीं हो रहा है । हाल ही में बर्तन व्यवसायी की हत्या के मामले में भी उसकी संलिप्तता सामने आयी है। जिला पुलिस समेत जेल पुलिस के लिए भी वह सिरदर्द बना हुआ है।

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