छपरा, (हि.स.) । रेल आइजी अमित कुमार ने कहा है कि छपरा जंक्शन ट्रेन से बरामद बम शक्तिशाली थी और विस्फोट होने पर कितना नुकसान होता, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता । किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए ट्रेनों और स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। रेल आइजी अमित कुमार शुक्रवार को छपरा जंक्शन का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से मुखातिब थे । इस मौके पर रेल पुलिस अधीक्षक वीएन झा और रेल पुलिस उपाधीक्षक डा. अखिलेश कुमार भी मौजूद थे । रेल आइजी ने कहा कि ट्रेन फरूखाबाद से आती हैं और छपरा से टाटा जाती है।
इस लिहाज से यह नहीं कहा जा सकता है कि बम छपरा जंक्शन पर ही ट्रेन में रखा गया था। यह भी आशंका है कि ट्रेन में छपरा आने के पहले ही बम रखा गया होगा। उन्होंने कहा कि बम चाहे जहां भी ट्रेन में रखा गया हो, यह जांच का विषय है और इसकी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बम किसने रखा और उसका उद्देश्य क्या था? इसकी गहन जांच की जा रही है। इसकी उच्च स्तरीय जांच करायी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में छपरा जंक्शन रेल थाना में प्राथमिकी दर्ज है और इसकी जांच करने के लिए वह यहां आए थे। जांच में प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि टाइम बम को अप्रिय घटना को अंजाम देने के लिए ही लगाया गया था। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है और इसकी जांच काफी गहराई से की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कई स्तरों पर इसकी जांच करायी जा रही है । इस घटना के मद्देनजर ट्रेनों व स्टेशन की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। इसके लिए आधारभूत संरचना को मजबूत किया जा रहा है। सभी रेल थाना में पुलिस बलों व पदाधिकारियों की संख्या बढा दी गयी है। इसके पहले पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर पर टाइम बम बरामदगी के मामले की रेल आइजी अमित कुमार ने जांच की। उन्होंने ट्रेन में बम होने की सूचना देने वाले सफाई कर्मचारियों से भी जानकारी ली। रेल आइजी ने आरपीएफ व जीआरपी के पदाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया और इसका अनुपालन सुनिश्चित करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि रेलवे संपत्ति व यात्रियों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। इसके लिए पुलिस बलों व पदाधिकारियों की कमी नहीं होने दी जाएगी।
स्टेशन के बाहर बनेगा रेल थाना
रेल आइजी ने कहा है कि स्टेशन के प्लेटफार्म पर जो थाना भवन है, उसके अतिरिक्त एक अलग सभी सुविधाओं और संसाधनों से सुसज्जित रेल थाना भवन का निर्माण कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि थाना भवन के लिए रेलवे प्रशासन को भूमि उपलब्ध कराने के लिए वार्ता की गयी है और अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलते ही अलग थाना भवन का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। भवन के निर्माण में खर्च होने वाली राशि राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में 15 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन के बाहर थाना बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है और रेलवे ने इस संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दे दिया है। उन्होंने कहा कि प्लेटफार्म पर जो थाना भवन है, वह यथावत रहेगा जिसमें पब्लिक डीलिंग का कार्य होगा। वहीं, स्टेशन के बाहर बनने वाले नये थाना भवनों में हाजत, मालखाना, महिला व पुरूष पुलिस कर्मियों का बैरक, पदाधिकारियों का आवास समेत अन्य संसाधनों को उपलब्ध कराने की योजना बनाई गयी है । उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई प्रभावी व महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं ।
पुलिस केन्द्र में बनेगा जीआरपी बैरक
रेल आइजी ने कहा कि छपरा पुलिस केन्द्र परिसर में ही जीआरपी के महिला पुलिसकर्मियों के लिए बैरक का निर्माण कराया जाएगा जिन्हें डयूटी करने के बाद वहां जाकर रहना होगा । उन्होंने कहा कि पहले से ही पुलिस केन्द्र के परिसर में बैरक बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है।