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असम की गोल्डेन चाय 75 हजार प्रति किग्रा में बिकी, पिछले वर्ष से लगातार अंतरराष्ट्रीय बाजार में बना रही रिकॉर्ड
By Deshwani | Publish Date: 13/8/2019 2:31:16 PMगुवाहाटी। असम की गोल्डेन टी (सुनहरी चाय) पिछले वर्ष से लगातार अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड बना रही है। गुवाहाटी स्थित गुवाहाटी टी ऑक्शन सेंटर (डीटीएसी) में मंगलवार को एक बार फिर गोल्डेन टी ने अपनी कीमत को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड कायम किया है। डिकम चाय बागान के इंवाइस ओआर-659 गोल्डेन टी की निलामी रिकॉर्ड 75 हजार रुपये में हुई। मंगलवार को जीटीएसी सेल नंबर 33 में जे. थॉमस एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा गोल्डेन टी की बटरफ्लाई पैकेज की एक किग्रा चाय की बिक्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड कायम किया।
असम के गुवाहाटी टी आक्शन सेंटर में असम चाय की बिक्री की रिकॉर्ड हैट्रिक बनी है। असम चाय उद्योग के बटरफ्लाई डिकम टी एस्टेट की चाय लगातार रिकॉर्ड बनाने में सफल रही है। उल्लेखनीय है कि ग्लोडन बटरफ्लाई ऑर्थोडॉक्स चाय दुनिया की सबसे महंगी चाय के रूप में जानी जाती है। मंगलवार को नीलामी के दौरान ग्लोडन बटरफ्लाई ऑर्थोडॉक्स चाय 75 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीदी गई। गोल्डन बटरफ्लाई ने इस महीने की शुरुआत में यूपीपीईआर असम के मेगन टी एस्टेट से मेगन गोल्डन टिप्स द्वारा बनाए 70,500 प्रति किग्रा के रिकॉर्ड को तोड़कर दिया है।
उल्लेखनीय है पिछले महिने गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र में इस किश्म की चाय रिकॉर्ड 50 हजार रुपये प्रति किग्रा में बिकी थी। उसके बाद चाह माह में 70,500 रुपये प्रति किग्रा में बिकी, जबकि मंगलवार को यह चाय 75 हजार रुपये प्रति किग्रा के रिकॉर्ड स्तर को छूआ।
सामान्य चाय से अलग है गोल्ड टी
असम की दूसरी चाय की तरह गोल्ड टी को उबालने पर काला रंग नहीं आता बल्कि चमकीला पीला रंग निखरता है। इसकी वजह यह है कि यह चाय पत्तियों से नहीं बल्कि छोटी कलियों से बनती है। इसे चाय की एक खास किस्म से तैयार किया जााता है। हर कली को सुबह 4 से 6 बजे के बीच तोड़ा जाता है तभी उसमें वह खास महक और स्वाद आता है।