नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज कहा कि उसने पंजाब नैशनल बैंक घोटाले को लेकर जारी जांच के संबंध में फरार हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसकी सहयोगी कंपनियों की 147 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। ईडी ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) 2002 की धाराओं के तहत की गई है।
ईडी ने मुंबई और सूरत में स्थित चल और अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया है, जिसमें 8 कारें, संयंत्र और मशीनरी, आभूषण, पेटिंग और अचल संपत्तियां शामिल हैं और जिनका बाजार मूल्य 147,22 करोड़ रुपये है, जो नीरव मोदी और उसके समूह की सहयोगी कंपनियों के स्वामित्व वाली हैं। इनके नाम फायरस्टार डायमंड इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड, फायरस्टार इंटरनैशनल प्राइवेट लिमिटेड, राधेशायर जूलरी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड और रिदम हाउस प्राइवेट लिमिटेड हैं।'
ईडी ने इससे पहले भारत और विदेशों में 1,725.36 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थी। संपत्तियों के अलावा, ईडी ने 489.75 करोड़ रुपये का सोना, हीरा, बुलियन, आभूषण और अन्य कीमती सामान भी जब्त किए थे। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी जांच के घेरे में हैं।
ईडी ने सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर 15 फरवरी को उनके और अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले दर्ज किए थे। ईडी अब तक चोकसी और नीरव मोदी की 4,765 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपित हैं। करीब 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाला सामने आने के बाद दोनों ही देश छोड़कर फरार हो चुके हैं। सरकार की कोशिश इन्हें प्रत्यर्पण के जरिए वापस देश लाने की है। नीरव मोदी जहां लंदन में हैं, वहीं मेहुल चोकसी एंटीगुआ और बारबूडा की नागरिकता ले चुका है।