नई दिल्ली। सरकार एयर इंडिया की हालत सुधारने के लिए इसमें दुनियाभर से खोजे गए प्रोफेशनल्स की नियुक्ति करने की योजना बना रही है। इसके लिए वैश्विक स्तर पर प्रोफेशनल्स की तलाश की जाएगी। यह बात सिविल एविएशन मिनिस्टर सुरेश प्रभु ने कही।
इस साल मई में एयर इंडिया की रणनीतिक हिस्सेदारी बिक्री की योजना नाकाम हो जाने के बाद सरकार ने अब विभिन्न पहलों पर काम शुरू किया है। सरकार अब एयर इंडिया मैनेजमेंट को प्रोफेशनली दक्ष बनाने के प्रस्ताव पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है।
प्रभु ने बताया, “मैंने पहले ही एयर इंडिया के लिए प्रोफेशनल्स की तलाश करने के लिए वैश्विक स्तर पर खोज करने का आदेश दे दिया है। ये नियुक्तियां एयर इंडिया में विभिन्न शीर्ष पदों पर की जाएंगी. सरकार इस प्रस्ताव पर विचार कर रही है।” मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि सरकार की एक खोज समिति बनाने की योजना है, जो दुनियाभर से विमानन क्षेत्र के दिग्गज प्रोफेशनल्स को एयर इंडिया से जोड़ने का काम करेगी।
वर्तमान में एयर इंडिया के निदेशक मंडल में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के दो अधिकारियों समेत नौ सदस्य हैं। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला एयर इंडिया के चेयरमैन और एमडी हैं, जबकि आईटीसी के चेयरमैन वाई सी देवेश्वर और आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला स्वतंत्र निदेशक हैं।
प्रभु ने कहा कि एयर इंडिया के पुनरुद्धार में कर्ज सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। मंत्रालय इस समस्या के समाधान के लिए वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है। घाटे में चल रही राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया पर 55,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज होने का अनुमान है। एयर इंडिया अपने 29000 करोड़ रुपये का कर्ज विशेष इकाई (एसपीवी) को स्थानांतरित करेगी।