मुंबई। अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने का असर दूसरे दिन भी शेयर बाजार में देखने को मिला। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बाजार की शुरुआत हल्की तेजी के साथ हुई, लेकिन कुछ देर बाद ही इसमें गिरावट का रुख दिखाई दिया। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में 17.6 अंकों की मजबूती के साथ 36,449.27 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 7.45 अंकों की कमजोरी के साथ 10,944.25 पर खुला।
शुरुआत होते ही कुछ देर बाद ही सेंसेक्स 19.12 अंकों की गिरावट के साथ 36,412.55 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 14.20 अंकों की कमजोरी के साथ 10,937.50 पर कारोबार करते देखे गए। कारोबारी सत्र के दौरान करीब 10.50 बजे सेंसेक्स 333.63 अंक गिरकर 36,098.04 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। लगभग इसी समय 50 अंकों वाला निफ्टी 114.15 अंक गिरकर 10,837.55 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
इससे पहले गुरुवार को शेयर बाजार के सात दिनों के तेजी के सिलसिले पर लगाम लग गई कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 52.66 अंक यानी 0.14 प्रतिशत की नरमी के साथ 36,431.67 अंक पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 15.60 अंक यानी 0.14 प्रतिशत गिरकर 10,951.70 अंक पर बंद हुआ। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने इस साल चौथी बार मुख्य ब्याज दर बढ़ाने की घोषणा की है। अमेरिका में ब्याज दर 2008 के बाद के उच्चतम स्तर पर है। इससे वैश्विक बाजारों की तेजी थम गई। जिसका असर देश के घरेलू बाजार में भी दिखाई दिया है।
गुरुवार को सेंसेक्स की कंपनियों में यस बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, सन फार्मा, टाटा मोटर्स, एलएंडटी और एचडीएफसी बैंक के शेयर लाभ में रहे। वहीं भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, विप्रो, वेदांता, मारुति सुजुकी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज को 2.18 प्रतिशत तक नुकसान उठाना पड़ा।