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5 बैंकों के एसबीआई में विलय का संसद से बिल पास, दुनिया की टॉप 50 बैंकों में शामिल
By Deshwani | Publish Date: 19/7/2018 11:36:51 AMनई दिल्ली। पांच सहयोगी बैंकों के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में विलय को राज्यसभा से मंजूरी मिल गई है। इस कदम के बाद एस.बी.आई विश्व के शीर्ष पचास बैंकों में शामिल हो गया है। बैंक का अब टोटल कस्टमर बेस 37 करोड़ हो गया है। राज्यसभा से भी विधेयक को मंजूरी मिलने से अब एसबीआई में स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर, स्टेट बैंक ऑफ़ त्रावणकोर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर और स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद पूरी तरीक़े से शामिल हो जाएंगे। सरकार का तर्क है कि इस विलय से इन बैंकों की लागत में न सिर्फ कमी आयेगी, बल्कि संसाधनों के उपयोग को युक्तिसंगत बनाया जा सकेगा। देश भर में एसबीआई की ब्रांच नेटवर्क 24,000 से ज्यादा हैं। बैंक के एटीएम की संख्या 60 हजार के करीब है।
एसबीआई में मर्जर से संबंधित विधेयक आज राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने पेश किया था। इस पर लंबी बहस हुई थी। हालांकि मर्जर से पहले आशंका जताई जा रही थी कि इससे छंटनी होगी, लेकिन मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि विलय के बाद किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं की गई है। वित्त मंत्री के जवाब के बाद सदन ने इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
लोकसभा इस विधेयक को पहले ही मंजूरी दे चुकी है। अब इस विधेयक में इस विलय को पूर्व प्रभाव से मंजूरी दी गई है। विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के जयराम रमेश सहित कुछ सदस्यों ने एसबीआई के निजीकरण को लेकर आशंका भी जताई थी। कई सदस्यों ने बैंकों के नियमन एवं निगरानी प्रणाली को दुरूस्त बनाये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।