मुंबई। भारत को दुनियाभर में 109वां स्थान मोबाइल इंटरनेट डाउनलोड स्पीड के मामले में मिला है। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। भारत विश्व का सबसे बड़ा मोबाइल डाटा उपभोक्ता है। ऊक्ला के स्पीडटेस्ट सूचकांक के अनुसार, देश में मोबाइल इंटरनेट की औसत डाउनलोड स्पीड पिछले साल नवंबर के 8.80 mbps से बढ़कर इस साल फरवरी में 9.01 mbps पर पहुंच गई। हालांकि, इसके बाद भी देश की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ और भारत 109वें स्थान पर ही बरकरार रहा। नॉर्वे 62.07 mbps की औसत स्पीड के साथ पहले स्थान पर रहा।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने दिसंबर में दावा किया था कि देश 150 करोड़ गीगाबाइट खपत के साथ विश्व का सबसे बड़ा डाटा उपभोक्ता है. उन्होंने कहा था कि यह अमेरिका और चीन की संयुक्त खपत से अधिक है। ऊक्ला सूचकांक के अनुसार देश ने ब्राडबैंड के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया है. इस लिहाज से देश पिछले साल के 76वें स्थान की तुलना में इस साल फरवरी में 67वें स्थान पर आ गया।
सूचकांक में बताया गया कि ब्राडबैंड स्पीड पिछले साल नवंबर के 18.82 एमबीपीएस से बढ़कर इस साल फरवरी में 20.72 एमबीपीएस पर पहुंच गई है। इस मामले में 161.53 एमबीपीएस स्पीड के साथ सिंगापुर पहले स्थान पर है। उसने कहा कि अधिक आबादी वाले देशों में ब्राडबैंड स्पीड में भारत में सर्वाधिक वृद्धि हुई है।
सर्वे में लोगों से इंटरनेट के इस्तेमाल को लेकर सवाल पूछे गए। इसमें सामने आया कि लोगों ने टॉयलेट, खाना, शराब से ज्यादा इंटरनेट का इस्तेमाल किया है। सर्वे में सामने आया कि इंटरनेट के लिए 34 फीसदी लोग शराब पीना छोड़ सकते हैं। 29 फीसदी भारतीय 6 घंटे तक टॉयलेट जाए बिना रह सकते हैं। 16 फीसदी भारतीय इंटरनेट के लिए नहाने को तैयार नहीं थे। वहीं 14 फीसदी लोग इंटरनेट के लिए पूरे दिन कुछ भी खाए बिना रह सकते हैं।
इससे पहले भारतीयों में इंटरनेट का क्रेज बढ़ने का जिक्र एक सर्वे में हुआ था. इस सर्वे के आधार पर कहा गया था कि इंटरनेट के लिए भारतीयों ने खाने-पीने, टॉयलेट जाने और नहाने तक से परहेज कर लिया। इंटरनेट की ये तलब इस कदर भारतीयों पर हावी है कि वो अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को त्यागने तक के लिए तैयार हैं। पिछले दिनों ओपेरा वुडस्टे ट्रैवल रिपोर्ट ने ट्रैवल करने वाले भारतीयों पर एक सर्वे किया है।
इंटरनेट के लिए लोग बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड तक को छोड़ना पसंद करेंगे। 20 फीसदी लोग ट्रेवलिंग के दौरान फोन और इंटरनेट को ज्यादा जरूरी मानते हैं। वहीं, 11 फीसदी गर्लफ्रेंड के साथ टाइम स्पेंड करना चाहते हैं और 17 फीसदी बॉयफ्रेंड के साथ ट्रैवलिंग करना चाहते हैं।