नई दिल्ली। हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के पीएनबी को 12,600 करोड़ रुपये का चूना लगाने के बाद बैंक धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं। अब ताजा मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को 515।15 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड का एक और मामला दर्ज किया है। जांच एजेंसी की तरफ से यह केस आरपी इंफोसिस्टम और इसके डायरेक्टर के खिलाफ फाइल किया गया है। गौरतलब है कि नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी से संबंधित पीएनबी घोटाला मामले में 1,300 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंक को लगी कुल चपत की रकम बढ़कर 12,600 करोड़ रुपए हो गई है।
इससे पहले अरबों रुपये का घोटाला होने के बाद मंगलवार को पीएनबी ने एक ग्रुप चीफ रिस्क ऑफिसर की नियुक्ति की है। इसकी जानकारी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को भी दी गई है। पीएनबी ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी करते हुए लिखा, 'एक्सचेंज को सूचित किया जाता है कि श्री एके प्रधान, महाप्रबंधक को 'समूह का मुख्य जोखिम अधिकारी' नियुक्त किया गया है।' बैंक ने बताया कि यह नियुक्ति सेबी लिस्टिंग रेगुलेशन 2015 के अधीन की गई है।
आपको बता दें कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के अलावा सीबीआई ने हाल ही में सिम्भौली शुगर्स लिमिटेड, उसके अध्यक्ष गुरमीत सिंह मान, उप महाप्रबंधक गुरपाल सिंह और अन्य के खिलाफ 97।85 करोड़ रुपये की कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। सिम्भौली शुगर्स लिमटेड देश की सबसे बड़ी चीनी मिलों में से एक है। एजेंसी ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी एस सी राव, सीएफओ संजय तापड़िया, कार्यकारी निदेशक गुरसिमरन कौर मान और पांच गैर-कार्यकारी निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। गुरपाल सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के दामाद हैं।
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया था कि एजेंसी ने निदेशक के आवास, कारखाने एवं दिल्ली, हापुड़ और नोएडा स्थित कंपनी के कॉरपोरेट और पंजीकृत कार्यालयों सहित आठ ठिकानों पर तलाशी ली। इसके अलावा जांच एजेंसी 3695 करोड़ रुपये के कर्ज के हेराफेरी के मामले में रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी और उनके बेटे राहुल कोठारी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।