बिज़नेस
सोशल मीडिया पर सरकारी बैंकों के बंद होने की खबर अफवाह, नहीं बंद होंगे बैंक: आरबीआई
By Deshwani | Publish Date: 22/12/2017 8:13:02 PMनई दिल्ली/मुंबई, (हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सोशल मीडिया सहित तमाम संचार माध्यमों पर चल रही सरकारी बैंकों के बंद होने की खबर को अफवाह करार दिया। रिजर्व बैंक ने स्पष्ट्र किया कि कोई भी सरकारी बैंक बंद नहीं हो रहा है। आरबीआई ने बताया कि सरकारी बैंकों के कामकाज को बेहतर करने के लिए चलाए 'प्रॉम्ट करेक्टिव एक्शन (पीसीए)' को गलत तरीके से मीडिया में पेश किया गया।
शुक्रवार को जारी बयान में रिजर्व बैंक प्रबंधन ने साफ किया कि पीसीए ढांचे का उद्देश्य आम जनता के लिए बैंकों के सामान्य संचालन को रोकना नहीं है। रिजर्व बैंक, अपने पर्यवेक्षी ढांचे के तहत बैंकों की वित्तीय व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न उपायों/उपकरणों का उपयोग करता है। पीसीए ढांचा ऐसे पर्यवेक्षी औजारों में से एक है, जिसमें बैंकों के शुरुआती चेतावनी अभ्यास के रूप में कुछ निष्पादन संकेतकों की निगरानी शामिल है और पूंजी, परिसंपत्ति गुणवत्ता आदि के संबंध में इस तरह की सीमाएं शुरू की जाती है। इसका उद्देश्य बैंकों को अपनी वित्तीय स्थिति को पुनर्स्थापित करने के लिए समय पर, रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित उपायों सहित सुधारात्मक उपाय करने की सुविधा प्रदान करना है। इस ढांचे में रिज़र्व बैंक को उन क्षेत्रों में प्रबंधन के साथ मिलकर ऐसे बैंकों पर ध्यान केंद्रित करने का एक अवसर भी प्रदान किया गया है। इस प्रकार, पीसीए ढांचा बैंकों को कुछ जोखिमपूर्ण गतिविधियों से बचने और पूंजी की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है ताकि उनकी बैलेंस शीट मजबूत हो सके।
रिज़र्व बैंक ने इस बात पर बल दिया है कि पीसीए फ्रेमवर्क दिसम्बर 2002 के बाद से किया गया है और 13 अप्रैल, 2017 को जारी दिशानिर्देश केवल पहले के ढांचे का एक संशोधित संस्करण है।