मुंबई, (हि.स.)। बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने 30 सितम्बर 2017 को समाप्त दूसरी तिमाही और पहली छमाही के अपने परिणामों की घोषणा की। दूसरी तिमाही के दौरान, कंपनी ने परिचालन से 935.58 करोड़ रुपए की बिक्री/आय प्राप्त की, जो पिछले वर्ष की दूसरी तिमाही में रुपये 1005.75 करोड के मुकाबले 7.0 प्रतिशत कम रही। तिमाही में कर से पहले आय और कर के बाद आय 30.65 करोड़ रुपये और 18.98 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में क्रमशः 25.85 करोड़ रुपये और 16.67 करोड़ रुपये थी।
30 सितम्बर 2017 को समाप्त छमाही में कंपनी ने परिचालन से 1964.99 करोड़ रुपए की बिक्री/आय प्राप्त की, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह राशि 1965.11 करोड़ रुपए थी, फ्लैट परफॉर्मेन्स दर्ज की गई। छमाही में कर से पहले आय और कर के बाद आय 63.40 करोड़ रुपये और 39.48 करोड़ रुपये रही, पिछले साल इसी अवधि में यह राशि क्रमशः 62.57 करोड़ रुपये और 39.54 करोड़ रुपये थी।
तिमाही के दौरान उपभोक्ता प्रोडक्ट सेगमेंट की कुल राजस्व आय 514.11 करोड रुपये रही, इसमें पिछले साल की इसी अवधि के 566.12 करोड़ रुपये के मुकाबले 9.2 फीसदी की गिरावट रही। ईपीसी सेगमेंट का कुल राजस्व 421.34 करोड़ रुपये रहा, इसमें 439.28 करोड़ रुपये के मुकाबले 4.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
30 सितम्बर 2017 को समाप्त छमाही के दौरान उपभोक्ता प्रोडक्ट सेगमेंट की कुल राजस्व आय 983.64 करोड़ रुपये रही, इसमें पिछले साल की इसी अवधि के 1113.90 करोड़ रुपये के मुकाबले 11.7 फीसदी की गिरावट रही। ईपीसी सेगमेंट का कुल राजस्व 981.17 करोड़ रुपये रहा, इसमें पिछले साल की इसी अवधि के 850.72 करोड रुपये के मुकाबले 15.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
बजाज इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शेखर बजाज ने बताया कि ‘जीएसटी की ऊंची दर के कारण उपभोक्ता उत्पाद सेगमेंट ने शीर्ष पंक्ति में घटत दर्ज की है, जबकि पसंद के आधार पर मामूली वृद्धि जरूर हुई है। हालांकि लाभप्रदता के मामले में, इस तिमाही के दौरान, एलईडी उत्पादों और कुछ अन्य उपभोक्ता टिकाऊ उपकरणों की मजबूत मांग, बेहतर मार्जिन, कम तय लागत और अन्य खर्चों के कारण इस सेगमेंट ने अच्छा प्रदर्शन दिखाया है। नया वितरण मॉडल ‘रेंज रीच एक्सपेंशन प्रोग्राम‘ ट्रैक पर है और इसने परिणाम दिखाना शुरू कर दिया है जैसा कि मार्जिन में सुधार और पूंजी में कटौती से स्पष्ट है। सेगमेंट के भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
विस्तारित मानसून के कारण परियोजना निष्पादन में सेट-बैक के कारण ईपीसी सेगमेंट ने एक सब-ऑप्टिमल प्रदर्शन दर्ज किया। हालांकि, 3419 करोड़ रुपये की मजबूत ऑर्डर बुक के कारण आगे जाकर इस सेगमेंट के अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।