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जीएसटी की वजह से थम नहीं रही है व्यापारियों की परेशानी : जेटली
By Deshwani | Publish Date: 21/9/2017 2:23:52 PMमुंबई। पहले नोटबंदी और अब जीएसटी लागू होने के बाद कारोबारियों की मुसीबत थमने का नाम नहीं ले रही है। गिरते जीडीपी और कम निजी निवेश से चिंतित सरकार किसी पैकेज की घोषणा कर सकती है. इस बीच जीएसटी को लेकर कल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एक दिन में मात्र 24 लाख रिटर्न ही दाखिल किया जा सकता है। जेटली ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से आज यहां कहा कि जीएसटी नेटवर्क की क्षमता प्रति घंटे एक लाख रिटर्न संभालने की है। इस तरह नेटवर्क से एक दिन में 24 लाख रिटर्न ही दाखिल किये जा सकते हैं। उन्होंने अंतिम दिन आने से पहले जीएसटी रिटर्न भरने को कहा।
जीएसटी को लेकर तमाम तरह की परेशानियां सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि जीएसटी लागू करने से पहले सरकार ने पूरी तैयारी नहीं की। सरकार लोकसभा चुनाव आने के काफी पहले जीएसटी लागू करना चाहती थी ताकि वक्त रहते ही बाजार संभल जाये लेकिन बाजार में दिक्कत कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है। अभी व्यापारी जीएसटी से तालमेल बैठा नहीं पाये हैं।
अगस्त के लिए जीएसटी रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 20 सितंबर है। इस दिन 22 लाख से भी ज्यादा कारोबारियों ने रिटर्न फाइल किया। आखिरी दिन जीएसटीन पोर्टल पर कारोबारियों की काफी भीड़ रही। शाम 6 बजे तक पोर्टल पर 21.83 लाख से ज्यादा कारोबारियों ने रिटर्न दाखिल किए। एक जुलाई को जीएसटी लागू किए जाने के बाद यह दूसरा महीना था, जब जीएसटीआर-3बी फॉर्म दाखिल किए जाने थे।
जुलाई महीने में करीब 47 लाख लोगों ने जीएसटीआर रिटर्न दाखिल किए थे। इससे सरकार खजाने को 95 हजार करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि पिछली रात तक महज 25 प्रतिशत लोगों ने रिटर्न दाखिल किया है. 75 प्रतिशत अंतिम दिन का इंतजार कर रहे हैं। वित्त मंत्री ने आगे कहा कि नेटवर्क पर कल रात तक रिटर्न दाखिल करने में कोई समस्या नहीं आ रही थी।